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Open Air Gym: Israeli Airstrike में तबाह हुआ जिम तो मलबे से ढूंढकर निकालीं मशीनें, अब खुले आसमान के नीचे वर्कआउट कर रहे गज़ा के वेटलिफ्टर

गज़ा के खान यूनुस में मौजूद यह जिम फरवरी में एक हमले में तबाह हो गया था. इसके बाद अदली ने मलबे से जिम का साज़-सामान निकालकर जिम को दोबारा खोलने का फैसला किया.

अदली अल-असर का जिम फरवरी में इसराइली हमले में तबाह हो गया था. (Photo: Screengrab/Al Jazeera) अदली अल-असर का जिम फरवरी में इसराइली हमले में तबाह हो गया था. (Photo: Screengrab/Al Jazeera)
हाइलाइट्स
  • गज़ा में अदली अल-असर ने खोला 'ओपन एयर' जिम

  • मलबे से साज़-सामान निकालकर खोला जिम

लगभग एक साल पहले गज़ा में शुरू हुई इसराइल की सैन्य कार्रवाई में करीब दो लाख लोगों की मौत हो चुकी है और 20 लाख फलस्तीनी स्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं. इस युद्ध में बहुत कुछ गंवाने के बाद भी गज़ा के लोग आशा की एक किरण ढूंढ ले रहे हैं. इसकी एक मिसाल ख़ान यूनुस का यह जिम है, जो अपनी इमारत खोने के बावजूद खुले आसमान के नीचे चल रहा है. 

अदली अल-असर नाम के व्यक्ति का यह जिम जिस इमारत में था वह फरवरी में एक इसराइली एयरस्ट्राइक में तबाह हो गई थी. जब अदली का जिम मलबे के नीचे दबा हुआ था तब उन्होंने फैसला किया कि उन्हें वर्कआउट के लिए किसी इमारत की जरूरत नहीं है.

मलबे से निकाला जिम
आठ अगस्त को मिडल ईस्ट आई की ओर से जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि अदली एक बेसमेंट में खड़े हैं. यहां अलग-अलग उम्र के लोग वर्कआउट कर रहे हैं, जबकि उनके आसपास टूटी हुई इमारत का मलबा फैला हुआ है. अदली इस वीडियो में बताते हैं कि इसराइली एयरस्ट्राइक में उनका ज्यादातर सामान तबाह हो गया है. लेकिन वह जिम को दोबारा खड़ा करने के लिए तैयार हैं. 

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एक महीने बाद समाचार एजेंसी रॉयटर्स की ओर से जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि अदली अपने जिम को खुले आसमान के नीचे चला रहे हैं. छोटी सी जमीन पर बने इस 'जिम' के चारों ओर लोहे की तार से दायरा बनाया गया है, जबकि हमले के बाद बच गई मशीनें इस जिम की जरूरतों को पूरा कर रही हैं. 

अदली रॉयटर्स से बात करते हुए कहते हैं, "मैं उस जगह गया और अपने बच्चों और दोस्तों की मदद से मलबा हटाकर जिम का सारा साज़-सामान निकाला." युद्ध में अपना घर-परिवार गंवा चुके युवाओं के लिए यह जिम सकारात्मकता और सौहार्द महसूस करने का एक तरीका बन गया है. यहां आकर वे अपना दुख, गुस्सा और स्ट्रेस दूर कर पा रहे हैं. 

अदली कहते हैं, "वे लोग यहां आते हैं और अपनी नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालते हैं. विस्थापित होने के बाद टेंट में, मुश्किल हालात में रहते हुए वह जो मानसिक तनाव महसूस करते हैं उससे यहां आकर छुटकारा पाते हैं."

क्या कहते हैं युवा?
अदली के जिम में वर्कआउट करने वाले लोगों में एक नाम तारिक़ बकरून का भी है. अल जज़ीरा की एक वीडियो में बकरून को बाइसेप्स वर्कआउट करते हुए देखा जा सकता है. जबकि एक अन्य दृश्य में वह जिम में एक साथी की वर्कआउट में मदद कर रहे हैं. बकरून कहते हैं कि पिछले एक साल में वह अपना परिवार और घर-बार सब खो चुके हैं. ऐसे में यह जिम एकमात्र जगह है जहां वह अपना आक्रोश निकाल सकते हैं.

तारिक़ कहते हैं, "मैं सब कुछ खो चुका हैं. हमने अपना परिवार, अपना घर खो दिया है. हम जिम आते हैं ताकि अपने अंदर का गुस्सा निकाल सकें. अपने घर में गुस्सा निकालकर घर को, टेंट को तोड़ने से अच्छा है कि हम यहां आएं और इन मशीनों पर अपना गुस्सा निकालें."