scorecardresearch

अमेरिका जाने वालों के लिए सुनहरा मौका, H-1B वीजा के लिए तीसरी बार निकाली जाएगी लॉटरी

USCIS का कहना है कि H-1B कैप सब्जेक्ट पिटीशन को सही सर्विस सेंटर पर और पंजीकरण चयन नोटिस पर बताए गए फाइलिंग पीरीयड के अंदर ही ठीक से दायर किया जाना चाहिए. H-1B याचिकाओं के लिए ऑनलाइन फाइलिंग उपलब्ध नहीं है.

H-1B वीजा H-1B वीजा
हाइलाइट्स
  • लोकप्रिय वर्क वीजा है H-1B वीजा.

  • H-1B याचिकाओं के लिए ऑनलाइन फाइलिंग उपलब्ध नहीं.

काम के लिए अमेरिका जाने वालों के लिए सुनहरा मौका है. पहली बार, यूएस सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने H-1B  वीजा के लिए तीसरी लॉटरी आयोजित की है. 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए USCIS ने एच-1बी कैप कोटा तक पहुंचने के लिए एक्स्ट्रा रजिस्ट्रेशन (मास्टर्स कैप सहित) का चयन करने के लिए तीसरी लॉटरी आयोजित की है. फिलहाल अमेरिका में वीजा के लिए वार्षिक कोटा 85,000 है (20,000 की मास्टर्स कैप सहित जो हाई अमेरिकी शैक्षिक योग्यता वाले लोगों के लिए आरक्षित है). 

कोरोना प्रतिबंधों के कारण लंबे समय तक बंद अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दोबारा शुरू होने के बाद तीसरी एच-1बी वीजा लॉटरी एम्प्लॉयर के लिए अपने स्किल-गैप को पूरा करने के काम आ सकती है. H-1B वीजा एक बहुत ही लोकप्रिय वर्क वीजा है, खासकर टेक सेक्टर में भारतीयों के लिए. वित्तीय वर्ष 2022 (जोकि 30 सितंबर, 2022 को खत्म होगा) के लिए, H-1B कैप पंजीकरण अवधि के दौरान, एम्प्लॉयर्स ने 3.08 लाख  रेजिस्ट्रेशन किए थे. आमतौर पर, रजिस्ट्रेशन का कम से कम 60 प्रतिशत उन भारतीयों के लिए होता है जिन्हें वर्क वीजा दिया जाता है. 

H-1B याचिकाओं के लिए ऑनलाइन फाइलिंग उपलब्ध नहीं

USCIS का कहना है कि H-1B कैप सब्जेक्ट पिटीशन को सही सर्विस सेंटर पर और पंजीकरण चयन नोटिस पर बताए गए फाइलिंग पीरीयड के अंदर ही ठीक से दायर किया जाना चाहिए. H-1B याचिकाओं के लिए ऑनलाइन फाइलिंग उपलब्ध नहीं है. इस साल जुलाई में USCIS ने वित्त वर्ष 2022 के लिए जमा किए गए ई-रजिस्ट्रेशन में से सेकंड रैंडम सेलेक्शन लॉटरी के रूप में किया था. यह दूसरा साल था जब H-1B कैप वीजा लॉटरी का दूसरा दौर आयोजित किया गया था. 

इस बीच, भारतीयों सहित 510 विदेशी नागरिकों के एक समूह जिन्हें वित्त वर्ष 2022 के लिए एच -1 बी कैप वीजा लॉटरी में नहीं चुना गया था, उनके द्वारा दायर मुकदमा अभी भी पेंडिंग है. उन्होंने उस प्रक्रिया को चुनौती दी थी जिसमें एक ही व्यक्ति कई पंजीकरण कर सकता है. 

ये भी पढ़ें: