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US: H-1B Visa आवेदकों के लिए खुशखबरी, अगले सप्ताह लॉटरी का दूसरा दौर आयोजित कर सकता है अमेरिका, जानें भारतीयों को कैसे मिलेगा अधिक लाभ

H-1B Visa के सबसे बड़े लाभार्थी भारतीय हैं. इस वीजा के कुल धारकों में से लगभग 75 प्रतिशत भारतीय हैं. लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से 20,000 एच1बी आवेदकों के चुने जाने की संभावना है.

H-1B Visa H-1B Visa
हाइलाइट्स
  • USCIS ने एच-1बी वीजा के लिए चलाया था कैंप 

  • हर साल दिए जाते हैं 65,000 एच-1बी वीजा

एच-1बी वीजा के लिए आवेदन करने वालों के लिए खुशखबरी है. जी हां, अमेरिका की सरकार आवेदकों का चयन करने के लिए एक दूसरा राउंड रखने वाली है. इसमें लॉटरी के माध्यम से आवेदक को चुना जाएगा. अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने घोषणा की है कि एच-1बी वीजा के लिए पहले जमा किए गए इलेक्ट्रॉनिक आवेदनों में से लॉटरी के माध्यम से आवेदकों को चुना जाएगा. लॉटरी के अगले सप्ताह आयोजित होने की संभावना है. लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से 20,000 एच1बी आवेदकों के चुने जाने की संभावना है. कहा जा रहा है कि इसका फायदा भारत के लोगों को सबसे ज्यादा होगा. 

मार्च में लिए गए थे आवेदन
यूएससीआईएस ने वित्तीय वर्ष 2024 के एच-1बी वीजा के लिए एक कैंप चलाया था, जिसमें लोगों को इलेक्ट्रॉनिक आवेदन करने के लिए कहा था. मार्च में उन आवेदनों का चुनाव किया गया, जो सही तरीके से जमा कराए थे. बता दें, केवल वित्तीय वर्ष 2024 के लिए चयनित पंजीकरण वाले ये याचिकाकर्ता एच-1बी कैप-विषय याचिका दायर करने के पात्र हैं. 

चयन होने के बाद दी जाएगी जानकारी
यूएससीआईएस ने एक बयान में कहा कि हमने हाल ही में निर्धारित किया है कि हमें वित्त वर्ष 2024 के संख्यात्मक आवंटन तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त पंजीकरणों का चयन करने की आवश्यकता होगी. जल्द ही, हम लॉटरी चयन प्रक्रिया का उपयोग करके आवेदकों का चयन करेंगे. एक बार जब चयन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, उसके बाद चयनित याचिकाकर्ताओं को जानकारी दी जाएगी. चयनित पंजीकरण वाले लोगों के लिए एक अपडेट जारी किया जाएगा, जिसमें कब और कहां फाइल करना है इसका विवरण शामिल होगा.

 भारतीय हैं H-1B के सबसे अधिक लाभार्थी
अमेरिका हर साल 85,000 एच1बी वीजा जारी करता है, जिसमें से 20,000 वीजा अमेरिकी संस्थानों से उन्नत डिग्री लेने वाले श्रमिकों के लिए आरक्षित हैं, जबकि शेष 65,000 वीजा एक लॉटरी प्रणाली के जरिए दिए जाते हैं. यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) विषयों में अमेरिकी विश्वविद्यालय से उच्च अध्ययन पूरा करने वाले विदेशी छात्रों के लिए है. अमेरिकी सरकार के मुताबिक, H-1B वीजा के सबसे बड़े लाभार्थी भारतीय हैं. कुल वीजा धारकों में से लगभग 75 प्रतिशत भारतीय हैं.

क्या है एच-1बी वीजा
एच-1बी गैर-आव्रजक वीजा होता है, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियों को विशेष तकनीकी दक्षता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करने की अनुमति होती है. इस वीजा के जरिए प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियां हर साल भारत और चीन जैसे देशों से हजारों कर्मचारियों की नियुक्ति करती हैं.

कौन कर सकता है आवेदन
एच-1बी वीजा शुरुआत में तीन साल के लिए वैध होता है, जिसे बढ़ाकर छह वर्षों के लिए किया जा सकता है. सैद्धांतिक और तकनीकी विशेषज्ञता के साथ विशेष व्यवसायों में काम करने वाले लोग एच-1बी वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह वीजा भारतीय आईटी पेशेवरों में सबसे लोकप्रिय है.