हिरोशिमा और नागासाकी ये दो शहर ऐसे हैं जिन्होंने सबसे पहली बार परमाणु हथियारों की शक्ति देखी थी. उस खौफनाक दिन का मंजर अभी भी इन शहरों में रहने वाले लोगों के जेहन में तरोताजा है. हर साल 6 अगस्त को हिरोशिमा पर अमेरिका के द्वारा गिराए गए एटम बम हमले की बरसी मनाई जाती है. इस साल इसकी 77वीं बरसी है. बता दें, साल 1945 में आज के ही दिन हिरोशिमा के ऊपर अमेरिकी बमवर्षक से एटम बम गिराया गया था. एक अनुमान के मुताबिक, इसमें लाखों लोग मारे गए थे.
हालांकि, आज हम आपको हिरोशिमा और नागासाकी से जुड़े कई ऐसे रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं.
1. अमेरिकी वायु सेना ने एटम बम गिराने से पहले हिरोशिमा में लोगों को बमबारी के बारे में चेतावनी दी थी और इससे जुड़े पर्चे गिराए थे. (सोर्स)
2. दशकों तक, हिरोशिमा के मेयर, तदातोशी अकिबा ने परमाणु हथियारों के उपयोग को बंद करने की दलील के रूप में हर बार परमाणु परीक्षण किए जाने पर विरोध पत्र लिखे थे. (सोर्स)
3. जापान के हिरोशिमा में फ्लेम ऑफ पीस 1964 से पीड़ितों के सम्मान में जल रही है. वहां के लोगों की मानें तो इसे तभी बुझाया जाएगा जब दुनिया से सभी परमाणु हथियार हटा दिए जाएंगे और पृथ्वी परमाणु खतरे से मुक्त हो जाएगी. (सोर्स)
4. जापान में जब हिरोशिमा पर परमाणु बमबारी की गई थी, तब एक हिरोशिमा पुलिसकर्मी परमाणु फ्लैश के बाद पुलिस को डकिंग के बारे में सिखाने के लिए नागासाकी गया था. और यही वजह है कि इसी चेतावनी के बाद नागासाकी के परमाणु विस्फोट में एक भी नागासाकी पुलिसकर्मी की मृत्यु नहीं हुई थी. (सोर्स)
5. ओलियंडर हिरोशिमा शहर का आधिकारिक फूल है. कहा जाता है कि 1945 में परमाणु बम के विस्फोट के बाद यह ऐसी पहली चीज थी जो फिर से खिली थी. (सोर्स)
6. एनोला गे (एटम बम ले जाने वाला विमान) के कॉकपिट में लगभग 12 साइनाइड की गोलियां रखी गई थीं, और पायलटों को निर्देश दिया गया था कि अगर हिरोशिमा पर बमबारी के दौरान मिशन के साथ कोई समझौता होता है तो वे इन्हें खा लें. (सोर्स)
7. अमेरिका ने हिरोशिमा और नागासाकी पर हमला करने से पहले "पम्पकिन बॉम्ब’ नाम से लगभग 49 प्रैक्टिस बम गिराए थे, जिसमें करीब 400 लोग मारे गए थे और 1,200 घायल हो गए थे. (सोर्स)
8. एनोला गे में सवार 12 लोगों में से केवल 3 लोग ही ऐसे थे जिन्हें हिरोशिमा के लिए अपने मिशन का वास्तविक उद्देश्य पता था. (सोर्स)
9. "हिरोशिमा शैडो": जब हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया गया था, तो इस विस्फोट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कई लोग और वस्तुएं इस तरह जल गए थे कि उनकी छाया जमीन बन गई थी. (सोर्स)
10. 1945 में, जापानी रडार ऑपरेटरों को आने वाले अमेरिकी विमानों के बारे में पता चला था, लेकिन उन्हें उनसे कोई खतरा नजर नहीं आया तो उन्होंने ध्यान नहीं दिया था. इनमें से ही एक वो विमान था जिसमें हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए जाने वाले परमाणु बम ले जाए गए थे. (सोर्स)
11. हिरोशिमा पर बमबारी का एहसास होने में टोक्यो को लगभग 3 घंटे लग गए थे. (सोर्स)