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JD Vance Childhood: बचपन में ही हो गया था माता-पिता का तलाक, मां बन गई थीं ड्रग एडिक्ट... जेडी वैंस के बचपन का वह हिस्सा जिसने उनके जीवन को दिया आकार

JD Vance Childhood: जिस उम्र में बच्चा मां के आंचल में छिपकर दुनिया से खुद को बचा लेता है, उस उम्र में मां से प्यार मिलना तो दूर, बिना बात के बेतहाशा मार पड़ती थी. जीवन के इस अनुभव ने जेडी वैंस को कैसे बदला, आइए जानते हैं.

जेडी वैंस ने 2014 में उषा से शादी की थी. जेडी वैंस ने 2014 में उषा से शादी की थी.

जेडी वैंस भले ही आज दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के उपराष्ट्रपति बन गए हैं लेकिन उनका बचपन बहुत परेशानियों में गुजरा था. जिस उम्र में मां के महफूज आंचल और पिता के विराट साये की सबसे ज्यादा जरूरत होती है उस उम्र में इनके मां-बाप के बीच तलाक हो गया. तलाक के बाद पिता इनके जीवन से बहुत दूर चले गए और उधर मां ड्रग एडिक्ट हो गई थीं. 

मां से प्यार मिलना तो दूर, बिना बात के बेतहाशा मार पड़ती थी. बचपन की ये दर्दनाक हकीकत युवा अवस्था में आकर जेडी वैंस की प्रेरणा बन गई. आइए जानते हैं कि इस अनुभव की जेडी वैंस के जीवन में क्या भूमिका रही और इसने उन्हें कैसे बदला. 

कठिनाइयों से भरा रहा बचपन
हालात के तूफान की मार से कौन बचा है? लेकिन जिसमें दम होता है, जज्बा होता है, हौसला होता है, इरादा होता है वह तूफान को ही ऊंची उड़ान का जरिया बना लेते हैं. अपनी मुफलिसी और बेबसी को पंख बनाकर आसमान की अथाह गहराई में कामयाबी की उड़ान भरने वाले वैसे ही एक शख्स का नाम है जेडी वैंस. 

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अमेरिका के करीब 238 साल के लोकतांत्रिक इतिहास में चौथे सबसे कम उम्र के वाइस प्रेसिडेंट जेडी वैंस की शुरुआती ज़िन्दगी की दुशवारियों के बारे में सुनेंगे तो आपको यकीन नहीं होगा की ऐसे हालात से निकलकर भी एक इंसान इतनी बुलंदी पर पहुंच सकता है. जेडी वैंस जब महज कुछ महीनों के थे तो उनके माता-पिता के बीच तलाक हो गया. 

अमेरिकी संस्कृति में तलाक हो जाना यूं तो सामान्य बात है लेकिन जेडी की बदकिस्मती पेरेंट्स के बीच तलाक की मनहूसिया से कहीं आगे की है. बायोलॉजिकल पिता डोनाल्ड बोमन के मां बेवरली से अलग होने के बाद इनके पालन पोषण का गंभीर संकट खड़ा हो गया क्योंकि मां ड्रग एडिक्ट थीं और तलाक के बाद बहुत ज्यादा आक्रामक हो गई थीं. 

जिस उम्र में बच्चा अपनी मां के कलेजे से चिपककर जमाने भर की खुशियां पाता है. उस उम्र में जेडी को मां से बेतहाशा मार पड़ती थी. इतनी मार के दर्द से तड़पते हुए नन्हे कदमों से घर से बाहर भागने लगते थे. बचपन की दुश्वारियों के तीन दशक बीत जाने के बाद भी जेडी वैंस कुछ भी नहीं भूले हैं. और यह उनकी बातों में भी दिखता है. 

मां की मार से नाना-नानी ने बचाया
जेडी वैंस के जीवन की उथल-पुथल को इस बात से भी समझा जा सकता है कि उनकी मां ने पांच बार शादी की. और उन्हें तीन बार अपना नाम बदलना पड़ा. दो अगस्त 1984 को अमेरिका के पिछड़े और उपेक्षित माने जाने वाले ओहियो प्रांत के मिडिल टाउन में पैदा होने के बाद मां बाप ने नाम दिया जेम्स डोनाल्ड पोमन. 

मां बेवर्ली के तीसरे पति बॉब हेमेल ने जेडी को जब गोद लिया तो इनका नाम हो गया जेम्स डेविड हेमेल लेकिन वैंस ने जब भारतीय मूल की उषा चिलकुरी से साल 2014 में शादी की तो अपना नाम बदल कर जेम्स डेविड वैंस कर लिया. उन्होंने डेविड सरनेम चुना क्योंकि यह इनके नाना नानी का सरनेम है. वही नाना नानी जिन्होंने ड्रग एडिक्ट मां के चंगुल से बचाकर इनका पालन पोषण किया. 

वैंस ने अपनी किताब हिलबिली एलेजी में उस घटना के बारे में बताया है जिसके बाद वह अपने नाना-नानी के साथ रहने लगे थे. वह बताते हैं, "जब मेरी उम्र 12 साल की थी तो एक दिन मां मुझे इतना मारने लगी कि मैं बिना जूते पहने भागते हुए नानी के घर चला गया. दो दिन बाद मां ने शॉपिंग के लिए मॉल ले जाने का वादा करके मुझे मना लिया लेकिन मॉल जाते हुए मां को किसी बात पर फिर से गुस्सा आ गया और गुस्से में उन्होंने गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी और कहा कि मैं गाड़ी क्रैश कर हम दोनों को मार देंगी." 

वह बताते हैं, "यह सुनकर मैं पीछे की सीट पर चला गया ताकि अगर टक्कर हो तो मैं बच जाऊं पर मां पर तो खून सवार था. उन्होंने मुझे फिर से पीटना शुरू कर दिया. मैं कार से कूद कर भागा तो मेरी मां पीछा करने लगीं. कुछ ही दूरी पर उन्होंने मुझे पकड़ लिया और फिर पीटने लगीं. वहां मौजूद लोगों ने यह सब देख 911 डाल कर पुलिस बुला ली." 

अपने बेटे को बेतहाशा पीटने की वजह से की बेवरली गिरफ्तार हो गईं. इस घटना के बाद वैंस अपने नाना-नानी के साथ रहने लगे. हालांकि बाद में जब अदालत में मां के खिलाफ गवाही देने की बारी आई तो उन्होंने पिटाई की घटना को मानने से साफ इनकार कर दिया. ताकि मां को बचाया जा सके.

"मेरे लिए सबसे ज़रूरी, एक पिता और पति बनना"
वैंस ने अपने बचपन में जो कुछ सहा, वह उसे अपने बच्चों को नहीं देना चाहते थे. उन्होंने अपनी जवानी में ही कहीं न कहीं ठान लिया था कि वह अपने बच्चों से खूब प्यार करेंगे. वह लॉ स्कूल में पढ़ते हुए अपनी पत्नी उषा चिलुकुरी से मिले और उनसे शादी करने का फैसला कर लिया. तीन बच्चे हुए. सबसे बड़े बेटे का नाम एवान, छोटे बेटे का नाम विवेक और बेटी का नाम मिराबेल रखा.

जब उपराष्ट्रपति के पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर जेडी वैंस के नाम का ऐलान हुआ उस दिन उन्होंने भरे दिल से कहा कि उनके लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है एक अच्छा पति और एक अच्छा पिता बनना. उन्होंने कहा, "मुझसे कुछ लोग कहते हैं कि मैं एक आदर्श अमेरिकी जीवन जी रहा हूं और वे सही भी हैं. मैं इसके लिए शुक्रगुज़ार भी हूं लेकिन मेरा सपना एक बिज़नेसमैन या सांसद बनना नहीं था." 

उन्होंने कहा, "मेरा सबसे अहम अमेरिकी सपना था एक अच्छा पति और एक अच्छा पिता बनना. इसलिए आज मेरी खूबसूरत पत्नी मेरे साथ हैं. मेरे तीन बच्चे भी हैं जो इस समय होटेल में हैं. बच्चों, अगर आप देख रहे हैं, तो डैड आप से बहुत प्यार करते हैं."