पाकिस्तान की सियासत पर इन दिनों संकट मंडरा रहा है. इस बीच पाक पीएम इमरान खान ने गुरुवार को जनता ने लाइव संबोधन किया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए आज एक फैसले की घड़ी है. विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने संबोधन के दौरान इंसान और इंसानियत के बारे में बात की.
इमरान बोले पाक से पांच साल बड़ा हूं
इमरान ने पाकिस्तान की जनता से कहा कि मुल्क अपने इतिहास में एक निर्णायक क्षण में पहुंच गया है. जनता के संबोधन में इमरान ने कहा कि, "आज आपसे मुल्क की मुस्तकबिल के बारे में अहम बात करूंगा. हमारे सामने दो रास्ते हैं, हमें कौन सा रास्ता अख्तियार करना है, इससे पहले आपसे दिल की बातें करूंगा. उन्होंने कहा कि आजाद लोग ही आत्मसम्मान का महत्व जानते हैं. खुशनसीब हूं कि मैं आजाद पाकिस्तान में पैदा हुआ. मेरे माता-पिता हमेशा कहा करते थे तुम खुशनसीब हो कि आजाद मुल्क में पैदा हुए. उन्हें अंग्रेजी हुकूमत से बुरा लगा था. पाकिस्तान मुझसे महज पांच साल बड़ा है. मैं आजादी के बाद पैदा होने वाली मुल्क की पहली पीढ़ी से हूं."
अमेरिका से सहारा लेने को मानी गलती
इमरान से अपने संबोधन के दौरान कहा कि, "अमेरिका का सहारा लेना पाकिस्तान की मुशर्रफ की सबसे बड़ी गलती थी. मैं आजाद विदेश नीति का सपोर्ट करता हूं. पाकिस्तान हमेशा से अमेरिका के साथ लड़ा है, लेकिन मौका आने पर उसने ही हम पर प्रतिबंध लगा दिए. मै भारत या किसी और देश से विरोध नहीं चाहता. हमारी फॉरेन पॉलिसी किसी के खिलाफ नहीं थी. मैंने पहली बार भारत के खिलाफ तब बोला जब भारत ने कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय कानून को 5 अगस्त 2019 को तोड़ा."
इमरान बोले ना मैं झुकूंगा और ना ही अपनी कौम को झुकने दूंगा
अपने संबोधन के दौरान इमरान के कहा कि जब से मैनें सत्ता संभाली मैंने पहले ही दिन से ऐसा फॉरेन पॉलिसी बनाई जो पाकिस्तान के लोगों के लिए हो. पाक पीएम ने कहा कि जो मुल्क किसी दूसरे देश पर निर्भर रहता है, वो कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता. मैं झुकूंगा और ना ही अपनी कौम को झुकने दूंगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दहशतगर्दी के खिलाफ है.