संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में भारतीयों की ईमानदारी के चर्चे हैं. दुबई की पुलिस एक भारतीय की ईमानदारी से इतनी प्रभावित हुई कि उनको सम्मानित किया. दरअसल भारतीय प्रवासी को पब्लिक प्लेस में रुपयों से भरा बैग मिला था. लेकिन भारतीय ने ईमानदारी दिखाई और पैसों को पुलिस को हवाले कर दिया. इससे दुबई की पुलिस बहुत प्रभावित हुई. दुबई में उस भारतीय प्रवासी की खूब तारीफ हो रही है.
30 लाख रुपए लौटाए-
दरअसल भारतीय प्रवासी उपेंद्रनाथ चतुर्वेदी को पैसों से भरा बैग पब्लिक प्लेस पर मिला था. इस बैग में 30 लाख 22 हजार 500 रुपए थे. दुबई के खलीज टाइम्स के मुताबिक उपेंद्रनाथ ने पैसों से भरा बैग लेकर अल रफा पुलिस स्टेशन पहुंचे और पैसे पुलिस को दे दिए. इतनी बड़ी रकम वापस करने पर पुलिसवाले भी भारतीय की ईमानदारी के कायल हो गए. दुबई की पुलिस ने उपेंद्रनाथ की सिर्फ तारीफ ही नहीं की, बल्कि प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित दिया. दुबई की पुलिस इस भारतीय की ईमानदारी को सलाम कर रही है. उपेंद्रनाथ ने सम्मान को सहर्ष स्वीकार किया और दुबई की पुलिस को शुक्रिया कहा. उपेंद्रनाथ का कहना है कि पैसे लौटाकर वो गर्व महसूस कर रहे हैं.
ईमानदारी के लिए पहले भी भारतीय हुए हैं सम्मानित-
उपेंद्रनाथ से पहले भी कई भारतीयों को दुबई पुलिस ने ईमानदारी के लिए सम्मानित कर चुकी है. जून 2022 में ऐसा ही एक मामला सामने आया था. जिसमें भारतीय प्रवासी तारिक महमूद खालिद महमूद को दुबई पुलिस ने सम्मानित किया था. दरअसल उन्हें एक बिल्डिंग की लिफ्ट में 2.4 करोड़ रुपए मिले थे. जिसे उन्होंने पुलिस को सौंप दिया था. भारतीय की ईमानदारी से दुबई पुलिस बहुत प्रभावित हुई थी और उन्हें सम्मानित किया था.
ईमानदारों की हौसलाअफजाई करती है पुलिस-
दुबई पुलिस की एक खासियत है. पुलिस हमेशा ईमानदार लोगों की तारीफ करती है और उनकी हौसलाअफजाई करती है. दुबई की पुलिस हमेशा से ऐसे लोगों की कायल रही है, जो ईमानदार होते हैं. दुबई पुलिस ने पहले भी कई बार इस तरह से ईमानदार लोगों को सम्मानित किया है. साल 2022 में पुलिस ने दुबई टैक्सी कॉरपोरेशन की नैन्सी ऑरगो को सम्मानित किया था. नैन्सी टैक्सी लगाती थी. उनकी टैक्सी में किसी पैसेंजर का 2.4 करोड़ रुपयों से भरा बैग छूट गया था. इसके बाद नैंसी ने पैसों से भरा बैग पुलिस के हवाले कर दिया था. इससे पुलिस बहुत ही प्रभावित हुई थी और उनको सम्मानित किया था.
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