अमेरिका, ब्रिटेन, सुरीनाम, गुयाना, पुर्तगाल, मॉरीशस के बाद अब सिंगापुर में भी भारत का डंका बज गया है. जी हां, भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम को सिंगापुर का नया राष्ट्रपति चुना गया है. उन्होंने 70.4 फीसद रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है. 1 सितंबर 2023 को मतदान हुआ था. थर्मन ने चीनी मूल के 2 विरोधियों को करारी शिकस्त दी है.
93.4% हुई थी वोटिंग
सिंगापुर के इलेक्शन डिपार्टमेंट के मुताबिक शुक्रवार (1 सितंबर) को हुई वोटिंग में सिंगापुर के करीब 27 लाख लोगों में से 25.3 लाख लोगों ने मतदान किया और 93.4% वोटिंग हुई. शनमुगरत्नम के विरोधियों एनजी कोक सांग को 15.72% और टेन किन लियान को 13.88% वोट मिले हैं. थर्मन को दोनों के वोट के दोगुना वोट मिले हैं. थर्मन शनमुगरत्नम ने सिंगापुर की सत्ताधारी पार्टी पीपल्स एक्शन पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ा था.
पीएम मोदी ने दी बधाई
चुनावी नतीजे जारी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनमुगरत्नम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि मैं सिंगापुर और भारत के रिश्तों को बेहतर करने के लिए आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं. सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसैन लूंग ने भी थर्मन को बधाई देते हुए कहा है कि वो भारी सफलता से राष्ट्रपति पद के दायित्वों को पूरा करेंगे. जीत के बाद थर्मन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सिंगापुर के मतदाताओं को सही फैसला लेने के लिए धन्यवाद.
हारे हुए केंडीडेट बोले- संसद ही चुने राष्ट्रपति
हार से बौखलाए टेन किन लियान ने कहा कि सिंगापुर चुनाव की जगह पुराने तरीके लागू करें, जिसमें संसद ही राष्ट्रपति का चुनाव करती थी. दरअसल, सिंगापुर में 11 साल बाद राष्ट्रपति को चुनने के लिए लोगों ने मतदान किया है. भारत की तरह ही सिंगापुर में भी राष्ट्रपति सेरेमोनियल पोस्ट होती है. हारने वाले दूसरे कैंडिडेट एनजी कोक सांग ने कहा कि मैं 100 फीसदी सफल रहा. मैं लोगों को वोट देने का मौका देना चाहता था.
कौन हैं थर्मन शनमुगरत्नम
थर्मन शनमुगरत्नम का जन्म 25 फरवरी 1957 को सिंगापुर में हुआ. 66 साल के थर्मन एक अर्थशास्त्री और राजनेता हैं. थर्मन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया. उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री हासिल की. ब्रिटेन में पढ़ाई के दौरान थर्मन स्टूडेंट एक्टिविटी में हिस्सा लेते थे. वो समाजवादी विचारधारा में विश्वास रखते हैं. थर्मन सिंगापुर के पॉलिसी मेकर हैं. उन्होंने सियासत में कदम रखा.
साल 2011 से 2019 तक थर्मन सिंगापुर के डिप्टी पीएम रहे. उन्होंने शिक्षा मंत्री के तौर पर बेहतरीन काम किया. अपने सियासी सफर में उन्होंने कई मंत्रालय संभाला. थर्मन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व आर्थिक मंच और संयुक्त राष्ट्र समेत दूसरे इंटरनेशनल संगठनों में प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं. थर्मन शनमुगरत्नम के दादा तमिलनाडु के रहने वाले थे. वो सिंगापुर में जाकर बस गए. थर्मन के पिता के. शनमुगरत्नम प्रोफेसर थे. वो एक चिकित्सा वैज्ञानिक थे. उनको सिंगापुर में पैथोलॉजी का जनक माना जाता है.
दुनिया में इन देशों के प्रमुख हैं भारतवंशी
गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली भारतीय मूल के हैं, इसके अलावा पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा, सुरीनाम के राष्ट्रपति चान संतोखी, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ, मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वरडकर भारतवंशी हैं. वेवेल रामकलावन अक्टूबर 2020 से सेशेल्स के राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत हैं. उनके दादा बिहार से थे. 42 देशों की सरकार या विपक्ष में कम से कम एक भारतवंशी हैं. सबसे ज्यादा 19 सांसद कनाडा में हैं. इनमें तीन कैबिनेट मंत्री हैं.
कमल हैरिस ने भारतीय समुदाय के नेताओं के प्रभाव को बढ़ाया
अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बढ़ते प्रभाव को कमला हैरिस की सफलता के रूप में देखा जा सकता है. कमला हैरिस देश की पहली महिला और पहली अश्वेत अमेरिकी उपराष्ट्रपति बनीं. वह 2017 से 2021 तक कैलिफोर्निया की सीनेटर पद पर रहीं. डेमोक्रेट हैरिस ने 2011 से 2017 तक कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल के रूप में भी काम किया. उनका जन्म कैलिफोर्निया में भारतीय और जमैका माता-पिता के यहां हुआ था.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए
नवंबर के महीने में हुए महत्वपूर्ण मध्यावधि चुनावों में, सत्तारूढ़ डेमोक्रेट पार्टी के रिकॉर्ड पांच भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल, अमी बेरा और श्री थानेदार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए हैं.
व्हाइट हाउस के लिए अपनी दावेदारी की है शुरू
कैलिफोर्निया के एक प्रमुख राजनेता हरमीत ढिल्लों ने हाल ही में रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (आरएनसी) के अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ा था. निक्की हेली और विवेक रामास्वामी जैसे भारतीय मूल के नेताओं ने 2024 में व्हाइट हाउस के लिए अपनी दावेदारी शुरू की है.