भारत और कनाडा के रिश्ते एक बार फिर बिगड़ने लगे हैं. भारत ने उच्चायुक्त समेत कनाडा के 6 राजनयिकों को 19 अक्टूबर तक देश छोड़ने को कहा है. इतना ही नहीं, भारत ने कनाडा के अपने उच्चायुक्त और दूसरे राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है. भारत ने ये फैसला खालिस्तानी आतंकी निज्जर हत्याकांड की जांच में भारतीय हाई कमिश्नर और डिप्लोमेट्स को पर्सन ऑफ इंटरेस्ट के तौर पर जोड़ने के बाद लिया है. कनाडा में भारत के हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा हैं. तनाव के बाद उनका नाम सुर्खियों में बना हुआ है. संजय कुमार भारत के सबसे सीनियर आईएफएस अधिकारी हैं. चलिए आपको कनाडा में भारत के हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा के बारे में बताते हैं.
IIT दिल्ली से की पढ़ाई-
संजय कुमार वर्मा का जन्म 28 जुलाई 1965 को हुआ था. उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की. उन्होंने आईआईटी से फिजिक्स में पीजी किया. इसके बाद उन्होंने भारतीय सिविल सेवा की तैयारी की.
36 साल तक देश की सेवा-
संजय वर्मा ने सााल 1988 में भारतीय विदेश सेवा में कदम रखा. वो 36 साल से देश की सेवा कर रहे हैं. संजय वर्मा ने चीन, वियतनाम, तुर्की के दूतावासों में काम किया है. उन्होंने इटली में भारत के काउंसलर जनरल के तौर पर भी काम किया है. संजय वर्मा ने हांगकांग के उच्चायोग में भी काम किया है.
संजय वर्मा ने सूडान में भारतीय राजदूत के तौर पर अपनी सेवा दी है. इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्रालय में नई दिल्ली में ज्वाइंट सेक्रेटरी और बाद में एडिशनल सेक्रेटरी के तौर पर काम किया. कनाडा जाने से पहले वो जापान और मार्शल द्वीप गणराज्य में राजदूत के तौर पर काम किया.
संजय वर्मा के शौक-
आईएफएस अधिकारी संजय वर्मा को इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर डिप्लोमेसी, छोटे बिजनेसमैन और इंवेस्टर्स का मार्गदर्शन करने का शौक है. संजय वर्मा हिंदी, अंग्रेजी के अलावा मंदारिन भाषा पढ़ते, लिखते और बोलते हैं. उनको बंगाली भी अच्छे से आती है.
संजय वर्मा की फैमिली-
भारत के सबसे सीनियर आईएफएस अधिकारी संजय वर्मा ने 36 साल से देश की सेवा कर रहे हैं. उनकी शादी गुंजन वर्मा से हुई है. संजय वर्मा के दो बच्चे हैं. उनका एक बेटा और एक बेटी है.
ये भी पढ़ें: