ईरान और इसराइल के बीच सरगर्मियां तेज हैं. दोनों देश अप्रैल में एक-दूसरे पर एक-एक बार हमला कर चुके हैं. ईरान के इस्फहान प्रांत में शुक्रवार सुबह भी ड्रोन से कुछ हमले हुए. अमेरिका के शुरुआती बयान के अनुसार यह हमले इसराइल ने किये लेकिन ईरान के विदेश मंत्री ने इन हमलों के इसराइली होने की बात को नकारा है.
इसराइल से नहीं जुड़े हैं हमले के तार
विदेश मंत्री हुसैन अमीरब्दुल्लाहियान का कहना है कि इन हमलों का इसराइल से संबंध स्थापित नहीं हो सका है. उन्होंने हमले में इस्तेमाल हुए ड्रोन्स का मजाक भी बनाया, और कहा कि ऐसे खिलौनों से उनके बच्चे खेलते हैं.
एनबीसी न्यूज के अनुसार, अमीरब्दुल्लाह ने कहा, "ये ड्रोन ईरान में से ही उड़े और यहीं गिरा दिए गए. ये... ड्रोन भी नहीं थे, खिलौने थे जिनसे हमारे बच्चे खेलते हैं. अभी यह साबित नहीं हुआ है कि इन हमलों का इसराइल से कोई संबंध है. ईरान मामले की जांच कर रहा है लेकिन मीडिया की रिपोर्ट्स सही नहीं हैं."
यूं ही ठंंडा हो सकता है मामला
ईरानी मीडिया और अधिकारियों ने कम संख्या में विस्फोटों का जिक्र किया है. उनका कहना है कि शुक्रवार सुबह मध्य ईरान में इस्फहान के ऊपर हवाई सुरक्षा बलों ने तीन ड्रोनों को मार गिराया जिसकी वजह से धमाके हुए. स्थानीय मीडिया का कहना है कि यह हमले इसराइल ने नहीं बल्कि "घुसपैठियों" ने किए हैं. इस सूरत में ईरान की ओर से किसी जवाबी हमले का सवाल ही खत्म हो जाता है.
विदेश मंत्री अमीरब्दुल्लाहियान ने इसराइल को चेतावनी दी है कि अगर वह ईरान के हितों के खिलाफ काम करता है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना होगा. लेकिन अगर वह कुछ नहीं करता तो यह मामला यहीं खत्म हो जाएगा. सनद रहे कि इसराइल ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी ही नहीं ली है, जिससे यह मामला ठंडा होता नजर आ रहा है.
ऐसे शुरू हुए थे हमले
इसराइल और ईरान के बीच हालिया विवाद एक अप्रैल को शुरू हुआ जब इसराइल ने गजा में युद्ध के बीच ईरान पर भी एक मिसाइल दागी. सीरिया के दमिश्क (Damascus) में मौजूद ईरानी दूतावास (Embassy) पर किए गए इस हमले में एक शीर्ष जनरल सहित कई ईरानियों की मौत हुई थी.
इसके जवाब में ईरान ने इसराइल पर पहला हमला 13 अप्रैल को किया था. यह इसराइल पर ईरान का पहला डायरेक्ट हमला था, लेकिन इसमें जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ था. इसराइल ने कहा था कि वह इस हमले का जवाब जरूर देगा. इसके कुछ दिन बाद ही इस्फहान की घटना हुई है.
हालांकि इसराइल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि अमेरिका हाल-फिलहाल में किसी भी हमले में शामिल नहीं रहा, जबकि व्हाइट हाउस (White House) ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
यह बात भी ध्यान देने वाली है कि पिछले एक हफ्ते में अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों ने किसी भी तरह की सरगर्मियों को शांत रखने की कोशिश की है. इसराइल ने उसके बाद किसी तरह के हमले की बात भी नहीं कही है. ईरान पर सीधे एयरस्ट्राइक करने के अलावा इसराइल उस पर साइबर अटैक या अन्य डिजिटल हमले भी कर सकता है.