हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख सैयद हसन नसरल्लाह की हत्या से जुड़ी एक ऐसी खबर सामने आई है जो हिज़्बुल्लाह और ईरान दोनों के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकती है. फ्रांसीसी अखबार ले पेरिसियन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लेबनान की राजधानी बेरूत में हवाई हमले में मारे गए नसरल्लाह की जानकारी एक ईरानी जासूस ने ही इसराइल को मुहैया करवाई थी.
क्या कहती है रिपोर्ट?
रिपोर्ट में लेबनानी सुरक्षा सूत्र का हवाला देते हुए यह खुलासा किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि गुप्त एजेंट ने यह जानकारी दी थी कि नसरल्लाह बेरूत के दक्षिणी उपनगरीय इलाके में हिजबुल्लाह की एक बैठक में मौजूद होगा. यह बैठक हिज्बुल्लाह के भूमिगत मुख्यालय में हुई थी. शनिवार को लेबनान में सुबह 11 बजे इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि नसरल्लाह एक हवाई हमले में मारा गया.
आईडीएफ ने पोस्ट में कहा था, "हसन नसरल्लाह अब दुनिया को आतंकित नहीं कर पाएगा." कुछ देर बाद हिजबुल्लाह ने इस खबर की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें लिखा था, "सैय्यद हसन नसरल्लाह... अपने महान, अमर शहीद साथियों में शामिल हो गए हैं, जिनका उन्होंने लगभग 30 वर्षों तक नेतृत्व किया."
ले पेरिसियन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इजरायली अधिकारियों को शनिवार दोपहर को एक ईरानी जासूस से एक महत्वपूर्ण सूचना मिली. इसी जासूस ने उन्हें दहीह की एक बिल्डिंग में हिज़्बुल्लाह मुख्यालय में नसरल्लाह के आगमन के बारे में सचेत किया. लेबनान में इजरायली हमलों में एक अन्य प्रमुख हिजबुल्लाह नेता, नबील कौक की भी मृत्यु हुई है. हालांकि हिजबुल्लाह ने अभी तक कौक की मौत पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
इजरायली हमले में मारे गए और भी
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि शनिवार के इजरायली हवाई हमलों के दौरान 33 लोग मारे गए. पिछले दो हफ्तों में लेबनान में जारी इजरायली हमलों के कारण 1,000 से अधिक लोगों की जान चली गई है. और कम से कम 6,000 अन्य घायल हो गए हैं. हाल ही में टेलीविज़न संबोधन में, नसरल्लाह ने स्वीकार किया कि इजराइल के पेजर और वाकी-टॉकीज़ के विस्फोट के बाद हिजबुल्लाह को "अभूतपूर्व झटका" लगा था.
हमलों के कारण दो दिनों में लेबनान के 37 लोगों की मौत हो गई और लगभग 3,000 लोग घायल हो गए थे. जवाब में हिज़्बुल्लाह ने इजराइल को कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा था, "अपेक्षित और अप्रत्याशित दोनों तरीकों से कठोर प्रतिशोध और उचित दंड दिया जाएगा."
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनानी अधिकारियों की जांच से पता चला है कि पेजर्स को बनाते समय ही उन्हें करप्ट किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब इजरायल ने हिज्बुल्लाह के फोन टैप करना शुरू किए तब लेबनान ने पेजर और वॉकी-टॉकी इस्तेमाल करना शुरू किए थे.