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Exclusive: इंडिया टुडे से बोले ईरान के राजदूत इलाही- 'इजरायल ताकत की भाषा बोलता है, उनपर हमारा हमला शांति के लिए था'

भारत में ईरान के राजदूत इलाही ने कहा कि इजरायल सिर्फ विस्तारवादी नीतियों पर भरोसा करता है और ताकत की भाषा बोलता है. वह लेबनान के हिस्सों पर भी कब्जा करना चाहता है.

Israel-Iran war: Iran's Ambassador to India Iraj Elahi Israel-Iran war: Iran's Ambassador to India Iraj Elahi
हाइलाइट्स
  • इजरायल ताकत की भाषा बोलता है.

  • इजरायल लेबनान पर भी कब्जा करना चाहता है.

मिडिल ईस्ट में तनावपूर्ण हालात और बिगड़ गए हैं. आने वाले दिनों में स्थिति शांति बहाल हो पाएगी ऐसी फिलहाल स्थिति नहीं दिख रही है. इजरायल लगातार हिज्बुल्लाह पर हमले कर रहा है. इस बीच भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने इंडिया टुडे से खास बातचीत में कहा है कि गाजा में इजरायल लोगों को मारने में लगा हुआ है, जिससे साबित होता है कि उसका मानवीय सिद्धांतों में विश्वास नहीं है.

इजरायल अन्य देशों में घुसकर कब्जाने की नीतियों में जुटा
भारत में ईरान के राजदूत इलाही ने कहा कि इजरायल सिर्फ विस्तारवादी नीतियों पर भरोसा करता है और ताकत की भाषा बोलता है. वह लेबनान के हिस्सों पर भी कब्जा करना चाहता है. ऐसे में जब हिज्बुल्लाह ने इसका विरोध किया तो वह बौखला गया. वह लगातार एक के बाद एक अन्य देशों में घुसकर कब्जाने की नीतियों में जुटा है. इजरायल की वजह से हर तरफ अस्थिरता बनी हुई है. उन्होंने कहा कि इजरायल की विस्तावादी नीतियों को किसी ने भी नहीं रोका.

ईरानी हमलों से से इजरायल को नुकसान पहुंचा
इलाही ने कहा कि ईरानी हमलों से उन्हें नुकसान न होने की बात एकदम गलत है. हमारे हमलों से इजरायल को नुकसान पहुंचा था. आयरन डोम ईरान की मिसाइलों को रोकने में फेल रहा. इस हमले के पीछे एक वजह देश की सुरक्षा की चिंता भी थी. किसी भी देश ने हमास नेता इस्माइल हानिया की मौत को आतंकवादी घटना नहीं कहा. हालांकि ईरान, लेबनान, चीन, तुर्की, मलेशिया और कतर ने इस हत्या को मानवता और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन जरूर कहा था.

यह पूछे जाने पर कि क्या ईरान हिज्बुल्लाह का समर्थन करता है? इस पर उन्होंने कहा कि हिज्बुल्लाह एक राजनीतिक पार्टी है और ईरान रेजिस्टेंस समूहों का समर्थन करता है. सभी अंतर्राष्ट्रीय कानूनों में रेजिस्टेंस ग्रुप को मान्यता है.

नरसंहार को रोक सकता है भारत
इजरायल के नरसंहार को रोक सकता है भारत इलाही ने कहा कि वैश्विक लिहाज से देखें तो भारत एक महत्वपूर्ण देश है. भारत के इजरायल के साथ अच्छे संबंध हैं. इजरायल की ओर किए जा रहे नरसंहार को रोकने में भारत अहम भूमिका हो सकती है. नेतन्याहू ने मिडिल ईस्ट की सिक्योरिटी हाइजैक कर ली है. नेतन्याहू खुद को बचाने में यकीन करते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या नसरल्लाह सीजफायर के पक्ष में थे? इस पर इलाही ने कहा कि नसरल्लाह सीजफायर के पक्ष में थे.

हसन नसरल्लाह ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक 21 दिन की सीजफायर पर सहमति जताई थी, लेकिन उसके बाद हवाई हमले में उनकी हत्या कर दी गई.

रिपोर्ट- राजदीप सरदेसाई, गीता मोहन