इज़राइल ने शनिवार को ईरान पर सीधे हवाई हमले करते हुए कहा कि वह पिछले कई महीनों में 'लगातार हमलों' का जवाब दे रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान की राजधानी तेहरान और आस-पास के इलाकों में शुरुआती घंटों में धमाकों की सूचना मिली. इजरायली रक्षा बलों (IDF) का कहना है कि वे ईरान के भीतर "सैन्य ठिकानों" पर "सटीक" हमले कर रहे हैं.
इजराइल ने क्या कहा?
इज़रायली सेना ने एक बयान में कहा कि जवाब देना उसका अधिकार और कर्तव्य था. बयान में कहा गया, "इजराइल पर ईरानी शासन और उसकी प्रॉक्सी सेनाओं के महीनों के लगातार हमलों के जवाब में अभी इज़राइल रक्षा बल ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहा है." ईरान ने एक अक्टूबर को इजराइल पर मिसाइलों की बौछार की थी. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान ने इजराइल पर 180 हाइपरसॉनिक मिसाइलें दागी थीं जिनमें से 'ज्यादातर' निशाने पर जाकर लगी थीं.
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सेवेट ने कहा, “हम समझते हैं कि इजराइल सेल्फ-डिफेंस के लिए एक अक्टूबर को हुए ईरानी हमले का जवाब देते हुए ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमले कर रहा है." अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन या राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों ने फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया है.
ईरान ने क्या कहा?
ईरान की तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार, तेहरान के पश्चिम या दक्षिण पश्चिम में ईरान के सैन्य केंद्रों पर अब तक किसी विस्फोट की सूचना नहीं मिली है. रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए कहा गया है, "जो आवाजें सुनी गईं, वे तेहरान के आसपास तीन स्थानों पर इजराइल के हमले के जवाब में सेना के एयर डिफेंस की आवाज थी."
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई विस्फोटों की आवाज़ के पीछे के कारण के बारे में अतिरिक्त जानकारी "बाद में घोषित की जाएगी." अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट में ईरानी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि ईरान का एयर-डिफेंस सिस्टम हमले वाले ड्रोन्स के खिलाफ लड़ रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले में ज्यादातर ड्रोन्स इस्तेमाल हुए हैं, न कि मिसाइल.
पिछले एक साल में कैसे रहे इजराइल-ईरान संबंध?
पिछले साल 10 अक्टूबर को ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने कहा था कि सात अक्टूबर के हमले में तेहरान शामिल नहीं था. लेकिन उन्होंने हमास के हमले की तारीफ करते हुए इसे इजराइली इंटेलिजेंस और सेना की हार बताया था. दो दिसंबर को ईरानी सेना के दो सदस्य सीरिया में एक इजराइली हमले में मारे गए थे. ये इजराइल-हमास युद्ध में मरने वाले पहले ईरानी थे.
इस साल एक अप्रैल को सीरिया के दमिश्क में ईरान का वाणिज्य दूतावास ढह गया था. ईरान और सीरिया ने हमले के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया था. इस हमले में ईरान के दूतावास परिसर में उसके दो जनरलों और पांच सैन्य सलाहकारों की भी मौत हो गई थी. ईरान ने इसका जवाब देते हुए 13 अप्रैल को इजराइल पर विस्फोटक ड्रोन से हमला किया और मिसाइलें दागीं. यह इजराइली क्षेत्र पर ईरान का पहला सीधा हमला था.
इजराइल ने ईरान को इस हमले का सीधा जवाब तो नहीं दिया. लेकिन जब हमास के राजनीतिक लीडर इस्माइल हानिया तेहरान में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के शपथ-ग्रहण समारोह में गए थे तो इजराइल ने 31 जुलाई को उनकी हत्या कर दी थी. खामेनेई ने इजराइल को 'कठोर सज़ा' देने की बात कही थी. गज़ा और लेबनान में सैन्य कार्रवाई और शीर्ष हमास-हिज़्बुल्लाह नेताओं की हत्या के जवाब में ईरान ने इजराइल पर हवाई हमला किया था.
ईरान में है हफ्ते का पहला दिन
ईरान में इजराइली हमले की शुरुआत के समय सुबह के चार बज रहे थे. हमले के कुछ ही घंटे बाद ईरान के लोग अपने हफ्ते की शुरुआत करेंगे. शनिवार ईरान में हफ्ते का पहला दिन होता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान में फिलहाल सरकार ने सुरक्षा से जुड़ा कोई बयान जारी नहीं किया है और ईरान के लोग अपना दिन आम दिनों की तरह जीना जारी रखेंगे.
अल जज़ीरा के अनुसार. ईरान ने आधिकारिक तौर पर किसी के हताहत होने की खबर भी नहीं दी है. ईरान का कहना है कि किसी सैन्य तरीके से सार्थक हमला नहीं किया गया है.