इजराइल-हमास (Israel Hamas War) के बीच आज जंग का चौथा दिन है. हमास ने इजराइली इलाके पर अब तक सबसे बड़ा हमला करके 900 से ज्यादा इजराइली लोगों को मौत के घाट उतार दिया जबकि 2,300 लोग घायल हैं. इधर इजराइल ने भी गाजा के बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है. गाजा पट्टी में 140 बच्चों समेत 687 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इजराइल गाजा पट्टी पर पूरी तरह से नियंत्रण करने की कोशिश कर रहा है. इस खूनी जंग में अब तक इजराइल के करीब 123 सैनिकों की मौत हो चुकी है.
इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा गाजा पर पूर्ण नियंत्रण की बात कही है. इसका मतलब ये है कि यहां न तो बिजली है, न खाना न ही पानी और न ही गैस. ये इलाका वाशिंगटन डीसी से भी दोगुना बड़ा है. यहां पर करीब 2.3 मिलियन लोग रहते हैं.
हमास की पीढ़ियां याद रखेंगी ये जंग
युद्ध के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने हम पर हमला करके सबसे बड़ी गलती की है. हम युद्ध नहीं चाहते थे. हम पर यह थोपा गया है. हम इसकी ऐसी कीमत वसूलेंगे, जिसे हमास और इजराइल के बाकी दुश्मनों की पीढ़ियां दशकों तक याद रखेंगी.
2005 में शुरू हुआ था गाजा डिसइंगेजमेंट प्लान
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है. साल 1993 से लेकर साल 2005 तक हमास ने इजराइल पर कई आत्मघाती हमले किए. 2005 में इजराइली प्रधानमंत्री एरियल शेरोन ने गाजा से पीछे हटने का एलान किया था. 9,000 इजराइली निवासियों को जबरन क्षेत्र से हटा दिया था और अपने सैन्य बलों को वहां से वापस बुला लिया. इससे गाजा पट्टी को फिलिस्तीनी प्राधिकरण द्वारा शासित किया जाना था, ये वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों को भी कंट्रोल करती है.
गाजा पट्टी में हमास का कंट्रोल
2006 में हमास ने गाजा में तख्तापलट और 2007 में गाजा पट्टी पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया. इसके बाद इजराइल और मिस्र ने गाजा पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए. इजराइल ने सैकड़ों चेकपॉइंट बनाए और कई स्तरों वाली सुरक्षा तैनाती की. इजराइल का अभी भी गाजा पट्टी के हवाई क्षेत्र और समुद्री सीमाओं पर नियंत्रण है और वह इस क्षेत्र को बिजली और पानी की आपूर्ति करता है. इजराइल का कहना है कि ये प्रतिबंध उसे गाजा की सीमाओं पर नियंत्रण देती है और इजराइली नागरिकों को हमास से बचाने के लिए यह नाकेबंदी आवश्यक है. फिलहाल गाजा पट्टी में हमास का कंट्रोल है. वहीं नेतन्याहू कई बार सार्वजनिक बयानों में ये बात साफ कर चुके हैं कि वह फिलिस्तीनियों के साथ शांति समझौता करने की तुलना में अरब देशों के साथ शांति को प्राथमिकता देते हैं. इजराइल ने अब तक हमास के 475 रॉकेट सेंटर्स, 23 स्ट्रैटेजिक साइट्स और 22 अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बनाया है. अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा सहित कई देशों ने हमास को एक आतंकवादी संगठन घोषित किया है.
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