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Israel-Hamas War: खोला गया Rafah बॉर्डर, जानें किन लोगों को होगी इसे पार करने की इजाजत  

गाजा के अधिकारियों और मिस्र के मीडिया ने कहा कि 81 घायल लोग भी इसमें शामिल हैं, जिन्हें मिस्र में इलाज के लिए ले जाया जा रहा है. परिवार के कुछ सदस्य एस्कॉर्ट के रूप में उनके साथ मिस्र की यात्रा कर रहे हैं.

रफा बॉर्डर रफा बॉर्डर
हाइलाइट्स
  • गाजा में पहुंचाई गई है मदद 

  • घायल लोगों को भी ले जाया जा रहा है 

कई हफ्तों की बातचीत के बाद रफा क्रॉसिंग को आंशिक रूप से खोल दिया गया है. कुछ संख्या में फिलिस्तीनी और विदेशी नागरिकों ने गाजा छोड़ दिया है. इस बॉर्डर को गाजावासियों के बचने की आखिरी उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है. बताते चलें रफा एकमात्र गाजा बॉर्डर है जो इजरायल के कंट्रोल में नहीं है. इसने हमास के 7 अक्टूबर के हमले के बाद इस क्षेत्र के साथ अपनी सीमाएं बंद कर दी थीं. लेकिन अब बुधवार को गाजा से पहला बैच रफा बॉर्डर क्रॉस कर चुका है. 

कौन-कौन कर रहे हैं पार?

बुधवार को जाने वाले लोगों की लिस्ट में विदेशी नागरिक और ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, चेक रिपब्लिक, फिनलैंड, इंडोनेशिया, जापान और जॉर्डन के ड्यूल पासपोर्ट धारक, साथ ही डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स, इंटरनेशनल कमिटी ऑफ रेड क्रॉस और UNRWA, यूएन एजेंसी जो फिलिस्तीनियों की सहायता करती है, शामिल है. यू.एन. एजेंसी के अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि वे जो लोग अब बाहर जा रहे हैं उनके स्थान पर वे बारी-बारी से नए स्टाफ सदस्यों को नियुक्त करेंगे. 

घायल लोगों को भी ले जाया जा रहा है 

इसके अलावा, गाजा के अधिकारियों और मिस्र के मीडिया ने कहा कि 81 घायल लोग भी इसमें शामिल हैं, जिन्हें मिस्र में इलाज के लिए ले जाया जा रहा है. परिवार के कुछ सदस्य एस्कॉर्ट के रूप में उनके साथ मिस्र की यात्रा कर रहे हैं. चिकित्सा काफिले में जाने वाले पूरे समूह की संख्या लगभग 130 है.

वहीं काहिरा में पश्चिमी राजनयिकों ने कहा कि गुरुवार से, 1,000 विदेशी पासपोर्ट धारकों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के फिलिस्तीनी कर्मचारियों के रफा क्रॉसिंग के माध्यम से हर दिन निकलने की उम्मीद है. हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि ये प्रस्थान कितने समय तक चलेगा, लेकिन राजनयिकों ने कहा कि उनसे तब तक जारी रहने की उम्मीद की जाती है जब तक कि हर कोई जो जाने के लिए पात्र और इच्छुक है. 

रफा में अब क्या स्थिति है?

इजरायल-गाजा युद्ध के पहले कुछ हफ्तों तक, रफा क्रॉसिंग बंद रही थी, जिससे फिलिस्तीनियों के पास एन्क्लेव से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था. लेकिन गाजा में कम संख्या में सहायता ट्रकों को जाने की अनुमति देने के लिए इसे हाल ही में आंशिक रूप से खोला गया था. और फिर बुधवार को, सौ घायल फिलिस्तीनियों और विदेशी नागरिकों को सीमित संख्या में बाहर जाने की अनुमति देने के लिए इसे फिर से खोला गया है. 

गाजा में पहुंचाई गई है मदद 

घायल फिलिस्तीनियों को तुरंत मिस्र के अस्पतालों में ले जाया गया है. बुधवार को फिलिस्तीनी पक्ष के अधिकारियों ने कहा कि 110 विदेशी पासपोर्ट धारक गाजा छोड़ चुके हैं. हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या वे सभी विदेशी पासपोर्ट धारक मिस्र में ही गए हैं. 

इस बीच, सहायता कर्मियों ने कहा है कि गाजा तक जो मदद पहुंचाई गई है, वह इजराइल और मिस्र द्वारा लगाए गए नाकाबंदी के तहत एन्क्लेव में फंसे 2.2 मिलियन लोगों के लिए जरूरी चीजों का एक छोटा सा हिस्सा है. 

आम दिनों में आवाजाही बहुत सीमित है 

गौरतलब है कि हमास और इजरायल के युद्ध से पहले संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जुलाई तक हर महीने औसतन 27,000 लोगों ने रफा बॉर्डर पार किया है. इस साल उस महीने तक ये बॉर्डर 138 दिनों के लिए खुला था और 74 दिनों के लिए बंद था.

हालांकि, आम दिनों में रफा से क्रॉस करने वाले लोगों की आवाजाही बहुत सीमित है. केवल परमिट वाले गाजावासी और विदेशी नागरिक ही गाजा और मिस्र के बीच यात्रा करने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं. बॉर्डर पार करने के इच्छुक गाजावासियों को अक्सर लंबा इंतजार करना पड़ता है. इस प्रक्रिया में कम से कम 30 दिन तक लग जाते हैं.