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Israel-Hamas war: इजरायल-हमास युद्ध में कतर और मिस्र क्यों हैं मध्यस्थ की भूमिका में?

मिडिल ईस्ट के कई देश मध्यस्थ की भूमिका निभाते हैं. इनमें इजिप्ट, ओमान और कुवैत प्रमुख हैं. यमन, लेबनान और अफगानिस्तान मामले में कतर की मध्यस्थता काफी सफल रही है. दुनिया भर के कई देशों में कतर तरल गैस की आपूर्ति कराता है.

इजरायल और हमास के बीच 4 दिन के सीजफायर (Israel-Hamas Ceasefire) पर समझौता हो गया है. इस समझौते के तहत अतिरिक्त दस बंधकों की रिहाई पर युद्ध विराम को एक और दिन के लिए बढ़ाया जाएगा. इस डील के तहत इजरायल भी 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. इनमें महिलाएं और बच्चे शामिल होंगे.हर 10 बंधकों के ग्रुप की रिहाई के बदले इजरायल 1 दिन का सीजफायर करेगा. कतर और मिस्र ने इस डील के लिए मध्यस्थता की है.

कतर इतने सारे झगड़ों में मध्यस्थता क्यों करता है?

मिडिल ईस्ट के कई देश मध्यस्थ की भूमिका निभाते हैं. इनमें मिस्र, ओमान और कुवैत प्रमुख हैं. यमन, लेबनान और अफगानिस्तान मामले में कतर की मध्यस्थता काफी सफल रही है. दुनिया भर के कई देशों में कतर तरल गैस की आपूर्ति कराता है. शायद यही वजह है कि आर्थिक रूप से समृद्ध देश होने के कारण कतर यह भूमिका निभा रहा है. संवाद और सहयोग की रणनीति ने कतर को दुनिया भर में पहचान और सम्मान दिलाया है. खाड़ी के इस छोटे से देश में ही हमास का ऑफिस है. यहां पर कई प्रमुख हमास के नेता भी रहते हैं. इससे पहले कतर की मध्यस्थता के जरिए ही हमास के कब्जे से कुछ अगवा किए गए लोग भी रिहा किए गए थे. वहीं मिस्र इजरायल और गाजा दोनों से अपनी सीमा साझा करता है. 

क्या इजरायल-हमास युद्ध में कतर की भूमिका का विरोध है?

अमेरिका के कुछ हिस्सों में और इजरायल के कुछ हिस्सों में कतर की मध्यस्थता पर सवाल उठाए जाते रहे हैं. उत्तरी कैरोलिना रिपब्लिकन सीनेटर टेड बड ने इस सप्ताह एक बयान में कहा था, कतर कब तक अमेरिकी खून से सने आतंकवादियों की मेजबानी करता रहेगा?” इजरायली होस्टेज नेगोशिएटर गेर्शोन बास्किन ने हाल ही में कतर को चुनौती दी थी. उन्होंने कहा था, मेरी नजर में कतर एक ऐसा देश है जो आतंकवाद का समर्थन करता है.

इस युद्ध में कतर खुद कहां खड़ा है?

कतर इजरायल पर हमास के हमले का समर्थन नहीं करता है लेकिन उसका कहना है कि कब्जे के कारण जिम्मेदारी इजरायल की है. कतर ने इजरायल पर जिनेवा सम्मेलनों के उल्लंघन और नरसंहार का आरोप लगाया है. हालांकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ लोग इसे दोहरे मापदंड के रूप में भी देखते हैं. कतर ने ईरान पर दबाव बनाने की कोशिश की है कि संघर्ष न बढ़े.

7 अक्टूबर को हमास ने किया था इजरायल पर हमला

हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 से अधिक इजरायली मारे गए थे और 200 से अधिक को बंधक बना लिया गया था. इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा से हमास को समाप्त करने के उद्देश्य से गाजा पर हमले शुरू किए थे. हालांकि इस समझौते के बाद भी इजरायल हमास के खिलाफ अपना युद्ध जारी रखेगा, भले ही बंधकों को रिहा करने के लिए हमास के साथ अस्थायी रूप से सीजफायर लागू हो.