हमास (Hamas) के साथ युद्ध में इजराइल (Israel) को बड़ी सफलता मिली है. इजराइल ने हमास चीफ याह्या सिनवार (Yahya Sinwar) को मार गिराया है. गाजा का लादेन और खान यूनिस का कसाई नाम से कुख्यात याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि के लिए इजराइली सेना ने डीएनए टेस्ट किया.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी गुरुवार रात को याह्या सिनवार को मारे जाने को लेकर कंफर्म कर दिया है. इजराइली रक्षा बल (आईडीएफ) हमास के आंतकियों को चुन-चुनकर मार रही है. याह्या सिनवार की मौत से हमास की एक तरह से कमर टूट गई है. यह इजराइल की बड़ी जीत है.
कौन था याह्या सिनवार
याह्या सिनवार का जन्म 29 अक्टूबर 1962 को गाजा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था. उसने गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय से अरबी अध्ययन में डिग्री हासिल की थी. साल 1948 के अरब-इजराइल युद्ध के दौरान सिनवार का परिवार अश्कलोन से विस्थापित हो गया था.
यही वजह थी कि उसके मन में इजराइल के प्रति नफरत थी. शरणार्थी शिविर में बिताए गए शुरुआती जीवन से उसने इजराइली कब्जे का विरोध करना शुरू कर दिया था. याह्या सिनवार ने 1980 के दशक के अंत में हमास की एक इकाई माजद की स्थापना की थी. इसका उद्देश्य इजराइल का समर्थन करने वाले फिलिस्तीनियों की पहचान करना और उन्हें खत्म करना था.
कैसे बना सबसे खूंखार आतंकी
याह्या सिनवार को 1980 के दशक के अंत में इजराइल में गिरफ्तार किया गया था. उसने इजराइल के साथ काम करने वाले 12 लोगों के हत्या की बात स्वीकार की थी. इसके बाद उसे खान यूनिस का कसाई नाम मिला था. याह्या सिनवार को दो इजराइली सैनिकों की हत्या समेत अन्य अपराधों के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
वह इजराइल के जेल में कैद था. इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साल 2011 में हमास की ओर से पकड़े गए अपने सैनिकों के बदले में 1000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था. याह्या सिनवार रिहा होने वाले लोगों में से एक था. इसके बाद वह हमास का सबसे खूंखार आतंकी बन गया था. वह इजराइल से बात ही नहीं करना चाहता था. उसका मानना था कि इजराइल को सिर्फ बंदूक और बम के जरिए हराया जा सकता है. उसके लोगों को मार कर ही उसे झुकाया जा सकता है.
इजराइल के 1200 लोगों का कर दिया था कत्ल
गाजा का लादेन के नाम से कुख्यात याह्या सिनवार इजराइली सेना के टारगेट में नंबर वन था. वह इतना खूंखार था कि उसने पिछले साल 7 अक्टूबर को अपने लड़ाकों को इजराइल के अंदर घुसकर खुद को बम से उड़ाने का आदेश दिया था, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मारे जाएं.
इसी के आदेश पर हमास आतंकियों ने इजराइल में 1200 लोगों का कत्ल कर दिया था. 250 से ज्यादा लोगों को उठाकर अपने साथ ले गए थे. इसमें छोटे बच्चे, लड़कियां, महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे. याह्या सिनवार के आदेश पर हमास के लड़ाकों ने लड़कियों से रेप किया था. दर्जनों बच्चों का मर्डर तक कर दिया था.
हमास चीफ इस्माइल हानिया के मारे जाने के बाद डर गया था
हमास चीफ इस्माइल हानिया की 31 जुलाई 2024 को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी. वह ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने गया था. ईरान ने इस हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया था. इस्माइल हानिया के मारे जाने के बाद याह्या सिनवार हमास का चीफ बना था. हालांकि वह हानिया की मौत के बाद काफी डर गया था. वह ज्यादातर वक्त बंकर में इजराइली बंधकों के साथ छिपकर रहने लगा.
हाल ही के दिनों में जब इजराइली सेना चुन-चुनकर हमास आतंकियों को निशाना बना रही थी, तब मारे जाने के डर से सिनवार ने बंधकों को ढाल बनाकर इजराइल से अपनी जान की भीख मांगी थी. उसने इजराइली सेना से बंधकों की रिहाई के बदले उसे और उसके साथियों को किसी तीसरे देश जाने की गुहार भी लगाई थी.
इजराइली मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सिनवार कुछ दिन महिला के वेश में गाजा में आम लोगों के बीच भी रहा. उसे डर था कि आईडीएफ सुरंगों को लगातार निशाना बना रही है और वह कभी भी मारा जा सकता है. आखिरकार इजराइल ने उसे मार ही गिराया. हालांकि उसकी मौत से गाजा में इजराइल की जंग नहीं थमेगी, लेकिन फिलिस्तीन में हमास की कमर टूट जाएगी क्योंकि सिनवार इकलौता ऐसा लीडर था जिसकी हर बात हमास के लड़ाके मानते थे.