
इटली की मशहूर ब्रांड प्रादा ने वर्साचे को खरीदा है. प्रादा ने इसे को खरीदने के लिए अमेरिकी ग्रुप Capri Holdings से 1.25 बिलियन यूरो की डील की है. इस अधिग्रहण के बाद 6 बिलियन यूरो के एक लग्जरी ब्रांड बनेगा, जो दुनिया के बड़े ब्रांड फ्रांस की LVMH और Gucci को टक्कर देगा. यह सौदा 2025 की दूसरी छमाही में पूरा होगा. चलिए हम आपको इटली के ब्रांड प्रादा और अमेरिका के मशहूर ब्रांड वर्साचे के बारे में बताते हैं.
इटली का मशहूर ब्रांड प्रादा-
प्रादा इटली का एक मशहूर फैशन ब्रांड है. यह कंपनी प्रीमियम हैंडबैग, फुटवियर और एक्सेसरीज के लिए जानी जाती है. इस कंपनी के प्रोडक्ट स्टाइल और इनोवेशन के लिए मशहूर हैं. प्राडा के कस्टमर दुनियाभर में हैं. प्रादा दुनिया के बेहतरीन ब्रांडों में से एक है. यह कंपनी अक्सर फैशन में नई सोच और डिजाइन लाती रहती है. प्रादा का मानना है कि फैशन सिर्फ कपड़े नहीं, बल्कि एक कला और व्यक्तिगत पहचान का हिस्सा है.
कैसे हुई प्रादा की शुरुआत-
प्रादा की शुरुआत साल 1913 में इटली के मियामी में हुई थी. इसकी शुरुआत मारियो प्रादा ने अपने भाई मार्टिनो के साथ मिलकर की थी. फैमिली के सरनेम प्रादा के नाम पर इस ब्रांड का नाम पड़ा. शुरुआत में ये कंपनी चमड़े के प्रोडक्ट बेचती थी. 1970 के दशक में मारियो की पोती मिउकिया प्रादा और उनके पति पैट्रिजियो बर्टेली ने वाटरप्रूफ नायलॉन कपड़ों में बदलाव किया.
लग्जरी ब्रांड है वर्साचे-
यह एक इतावली फैशन ब्रांड है. वर्साचे ब्रांड अपनी ग्लैमरस डिजाइनों, रंगों और स्टाइल के लए फेमस है. वर्साचे का नाम लग्जरी फैशन का पर्याप्त बन गया है. इसके प्रोडक्ट फैशन की दुनिया में आकर्षण का केंद्र रहे हैं. वर्साचे कंपनी कपड़े, फुटवियर, बैग और एक्सेसरीज बनाती है. दुनिया में इसकी अलग ही पहचान है. कंपनी का मकसद है कि यह अपने कस्टमर को एक बेहद स्टाइलिश और हाई क्वालिटी का अनुभव देना चाहती है.
कैसे हुई वर्साचे की शुरुआत-
वर्साचे ब्रांड की शुरुआत साल 1978 में गियानी वर्साचे ने की थी. गियानी वर्साचे के निधन के बाद उनकी फैमिली ने इस ब्रांड को संभाला. उनके भाई सैंटो वर्साचे और उनकी बहन डोनाटेला ने विरासत को आगे बढ़ाया.
गियानी वर्साचे रेजियो कैलाब्रिया में अपनी मां के साथ पारिवारिक दर्जी की दुकान में काम करते थे. साल 1972 को गियानी मिलान चले गए, जहां शुरुआत में उन्होंने फ्लोरेंटाइन फ्लावर्स के लिए काम किया. साल 1976 में गियानी के भाई भी उनके साथ आ गए. दोनों ने मिलकर साल 1978 में कंपनी की शुरुआत की.
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