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जापान: खुद को फिट रखने के लिए रिटायरमेंट के बाद भी काम पर लौट रहे बुजुर्ग

कहते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ शरीर निष्क्रीय हो जाता है और काम करने की शक्ति नहीं बचती. ऐसे में लोग घर में ज्यादा से ज्यादा समय आराम करने में बिताते हैं. लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां लोग बूढ़ापे में भी काम करना पसंद करते हैं. जापान के लोगों को अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए जाना जाता है. ऐसे में रिटार्यमेंट के बाद भी बुजुर्ग अपने आपको चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए काम करने में विश्ववास करते हैं.

Senior Citizen people working Senior Citizen people working
हाइलाइट्स
  • वर्कफोर्स में युवाओं की कमी

  • संगठन में 100 साल के बुजुर्ग भी रजिस्टर्ड 

कहते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ शरीर निष्क्रीय हो जाता है और काम करने की शक्ति नहीं बचती. ऐसे में लोग घर में ज्यादा से ज्यादा समय आराम करने में बिताते हैं. लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां लोग बूढ़ापे में भी काम करना पसंद करते हैं. जापान के लोगों को अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए जाना जाता है.

ऐसे में रिटार्यमेंट के बाद भी बुजुर्ग अपने आपको चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए काम करने में विश्ववास करते हैं. इससे उन्हें अतिरिक्त कमाई भी हो जाती है और साथ ही साथ बीमारियों का खतरा भी कम रहता है. जापान के बुजर्ग भी देश के लिए सहयोग देने में पीछे नहीं है.

वर्कफोर्स में युवाओं की कमी
जापान में जन्म दर काफी कम है. ऐसे में यहां युवाओं की कमी बनी हुई है, जिसकी वजह से वर्कफोर्स में भी युवा कम हो रहे हैं. जापान की ज्यादातर वर्कफोर्स उम्रदराज हो गई है. ऐसे में 65 साल की उम्र में अत्सको कासा जब रिटायर हुईं, तो उन्हें घर बैठना पसंद नहीं आया. उन्होंने खुद को 'सिलवर जिनजाई संगठन' में रजिस्टर कराया. इसमें कासा के साथ 7 लाख अन्य सीनियर सिटीजन हैं. 

कासा कहती हैं कि वो अभी 68 साल की हैं और ये उम्र रिटायरमेंट या घर पर बैठकर बागवानी करने और खाना पकाने की नहीं है. वो दूसरों की मदद करना चाहती हैं और बदले में समाज को कुछ देना चाहती हैं. इसी के चलते कासा विकलांग लोगों के संगठन से जुड़ी और अब वहां खाना पकाने के काम में और लोगों की मदद करती हैं.

लगातार घट रहा अनुपात
दरअसल, जापान में हर चार में से एक जपानी 65 साल से अधिक उम्र का है. इस हिसाब से आने वाले 15 सालों में हर तीन में से एक जापानी 65 साल से अधिक उम्र का होगा. यानी की ये अनुपात धीरे-धीरे बढ़ ही रहा है. जापान की आबादी के बूढ़े होने की दर जर्मनी से दोगुनी और फ्रांस से चार गुना है. ऐसे में जापान सरकार ने रिटायरमेंट की आयु 65 वर्ष से  बढ़ाकर 70 कर दी है ताकि जापान को वर्कफोर्स की कमी न हो. टोक्यो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हिरोशी योशिडा कहते हैं कि जापान में बुजुर्गों में काम करने के प्रति रुचि लगातार बढ़ रही है. 

100 साल के बुजुर्ग भी रजिस्टर्ड 
तकाओ ओकाडा, 'सिल्वर जिनजाई संगठन' के चेयरमैन हैं. तकाओ का कहना है कि हर साल ज्यादा से ज्यादा बुजुर्ग उनके संगठन में रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. उनके यहां रजिस्टर्ड सबसे उम्रदराज बुजुर्ग 100 वर्ष के हैं. संगठन के सभी बुजुर्ग हर हफ्ते 20 घंटे काम करते हैं. हर हफ्ते उन्हें दो या तीन दिन ही काम करना होता है. संगठन में रजिस्टर्ड बुजुर्ग क्लीनर, गार्डनर, ऑफिस रिसेप्शन, कारपेटर से लेकर बेबी सिटींग तक का काम करते हैं.