जो बाइडेन (Joe Biden) ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के आखिरी दिनों में बेटे हंटर बाइडेन (Hunter Biden) को दो फेडरल अपराधों के लिए माफी देकर अमेरिका में एक नई बहस को चिंगारी दे दी है. एक बार फिर अमेरिकी संविधान में राष्ट्रपति को मिली अपार शक्तियों पर चर्चा होने लगी है. आधिकारिक क्षमादान की शक्ति दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति के पास हमेशा से रही है. और सिर्फ बाइडेन ही नहीं, बल्कि जॉर्ज वाशिंगटन से लेकर डोनाल्ड ट्रम्प ने तक कई राष्ट्रपतियों ने इसका इस्तेमाल किया है.
क्या है अमेरिका का 'प्रेसिडेंशियल पार्डन'
राष्ट्रपति की क्षमा शक्ति (President's Pardon Power) को अमेरिकी संविधान में स्पष्ट रूप से लिखा गया है. अमेरिकी संविधान अनुच्छेद II की धारा 2 में कहा गया है कि राष्ट्रपति के पास “महाभियोग के मामलों को छोड़कर, संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ अपराधों के लिए राहत और क्षमा प्रदान करने” की शक्ति है. राष्ट्रपति की शक्ति केवल फेडरल यानी राष्ट्रीय अपराधों पर लागू होती है, राज्य के अपराधों पर नहीं. इस शक्ति से किसी सरकारी कार्यालय में रहते हुए किए गए अपराधों को भी माफ नहीं किया जा सकता.
अमेरिका का संविधान बनाने वालों ने यह कानून इंग्लैंड से लिया था. वहां राजा की दया क्षमा जारी करने की क्षमता की एक लंबी परंपरा रही थी. इस बात पर शुरुआती बहस हुई थी कि क्या संसद को क्षमा की स्वीकृति देने की जरूरत होनी चाहिए. और क्या राजद्रोह को भी इससे बाहर रखना चाहिए. लेकिन अलेक्जेंडर हैमिल्टन ने संवैधानिक सम्मेलन को एक ऐसी 'पार्डन पावर' बनाने के लिए प्रेरित किया जो सिर्फ राष्ट्रपति के हाथ में हो.
अब तक कैसे हुआ है इस शक्ति का इस्तेमाल?
अमेरिका के इतिहास में राष्ट्रपति की आधिकारिक क्षमा शक्ति का इस्तेमाल कई बार हुआ है. कई बार विवादास्पद तरीके से भी. पिछले 100 सालों की बात करें तो 1970 के दशक में वाटरगेट कांड के बाद रिचर्ड निक्सन ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था. इससे पहले कि निक्सन के खिलाफ कोई आरोप लगाए जाते, गेराल्ड फोर्ड ने उन्हें 'किसी भी अपराध के लिए पूर्ण और बिना शर्त माफ़ी' जारी कर दी थी.
इसके बाद 1977 में जिमी कार्टर ने वियतनाम युद्ध के लिए ड्राफ्ट को चकमा देने वालों के लिए सामूहिक माफ़ी जारी की थी. सन् 1992 में अपने कार्यकाल के अंत में जॉर्ज बुश ने ईरान-कॉन्ट्रा मामले में शामिल छह लोगों को माफ़ कर दिया था. दरअसल 1981-86 के बीच जब ईरान और इराक के बीच युद्ध चल रहा था तब कुछ अमेरिकी अधिकारियों ने ईरान को हथियार बेचे थे. इनमें पूर्व रक्षा सचिव कैस्पर वेनबर्गर भी शामिल थे.
बात करें 21वीं सदी की तो 2001 में अपने कार्यकाल के आखिरी दिन बिल क्लिंटन ने अपने सौतेले भाई नील बुश को माफ़ी दी थी. साथ ही उन्होंने वित्तीय अपराधों के लिए दोषी पाए गए भगोड़े मार्क रिच को भी माफ कर दिया था. रिच की पूर्व पत्नी डेमोक्रेट और क्लिंटन कैंपेन की एक प्रमुख डोनर थीं.
बराक ओबामा ने भी राष्ट्रपति रहते हुए 1,700 से ज्यादा लोगों को क्षमादान दिया था. इनमें से सैकड़ों ऐसे लोग भी थे जिन्हें गैर-हिंसक ड्रग अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया था.
ट्रम्प ने किस-किसको किया है माफ?
ट्रम्प ने भी अपने पिछले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान राजनीतिक सहयोगियों की मदद करने के लिए क्षमा शक्ति का इस्तेमाल किया था. उन्होंने अपने दामाद जैरेड कुशनर के पिता चार्ल्स कुशनर को टैक्स चोरी और गवाहों से छेड़छाड़ के मामले में माफी दी थी. ट्रम्प ने अब उन्हें फ्रांस में अमेरिका का राजदूत बनाया है.
ट्रम्प ने अपने राजनीतिक सलाहकार स्टीव बैनन, पॉल मैनफोर्ट और रोजर स्टोन सहित अपने कई साथियों को आधिकारिक माफी दी है. ट्रम्प ने न्यूयॉर्क शहर के पूर्व पुलिस आयुक्त बर्नार्ड केरिक, रिपब्लिकन समर्थक दिनेश डिसूजा और एक प्रमुख रिपब्लिकन डोनर इलियट ब्रोडी को भी क्षमा दी है. इसके अलावा ट्रम्प ने कहा है कि वह छह जनवरी 2020 को अमेरिका के राष्ट्रपति भवन (January 6 United States Capitol attack) पर हुए हमले में शामिल लोगों को भी माफ कर देंगे.