
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस के दो दिन के दौरे पर हैं. इस देश से भारत का गहरा रिश्ता है. इस देश की 70 फीसदी आबादी भारतीय मूल की है. मॉरीशस में हिंदू धर्म सबसे बड़ा धर्म है. इस देश में कई फेमस मंदिर हैं. चलिए आपको इस देश के 10 बड़े मंदिरों के बारे में बताते हैं.
महेश्वरनाथ शिव मंदिर-
यह मंदिर मॉरीशस का सबसे बड़ा और पहला मंदिर है. यह मंदिर 130 साल से अधिक पुराना है. इस मंदिर में पवित्र शिवलिंग के साथ देवी पार्वती और गणेश की मूर्तियां हैं. इसके साथ ही कार्तिकेय और द्वारपाल नंदी की भी मूर्ति हैं. इस मंदिर परिसर में देवी लक्ष्मी, भगवान नटराज, हनुमान, जगन्नाथ, देवी काली की भी मूर्ति है. यह मंदिर ट्रायोलेट पोर्ट लुइस से करीब 11 किलोमीटर दूर है.
गंगा तालाब मंदिर-
इसे ग्रैंड बेसिन के नाम से भी जाना जाता है. यह जगह सवाना जिले में है. यह द्वीप सबसे पवित्र हिंदू स्थल है. यहां भगवान शिव की 33 मीटर ऊंची भव्य प्रतिमा है. इसके अलावा कई हिंदू देवताओं के छोटे-छोटे मंदिर हैं. यह मॉरीशस की सबसे ऊंची प्रतिमा है.
सागर शिव मंदिर-
मॉरीशस के गोयावे डे चाइना द्वीप पर यह मंदिर स्थित है. यहां भगवान शिव की 108 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा है. इसे मंगल महादेव के नाम से जाना जाता है. यह हिंद महासागर के पानी से घिरा हुआ है. इस मंदिर को मुख्य भूमि से जोड़ने वाला पतला पुल है.
श्री प्रसन्ना वेंकटेश्वर मंदिर-
मॉरीशस के ला लौरा-मलेंगा गांव में यह मंदिर है. मंदिर की मूर्तियों में सोने, हीरे, माणिक, पन्ना, नीलम औ दूसरे कीमती रत्न जड़े हुए हैं. यह मंदिर पोर्ट लुइस से करीब 30 किलोमीटर दूर है.
पांडुरंग क्षेत्र मंदिर-
साल 1920 में इस मंदिर महाराष्ट्र के गिरमिटिया मजदूरों ने बनवाया था. यह मंदिर कास्केवेल गांव में है. यह मंदिर सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है.
श्री शिव सुब्रमण्यम मंदिर-
मॉरीशस में दक्षिण भारतीय लोग भी रहते हैं. वो यहां थाईपूसम कैवडी उत्सव मनाते हैं. श्री शिव सुब्रमण्यम मंदिर कोर डे गार्डे पर्वत पर है. इस मंदिर तक जाने के लिए भक्तों को सैकड़ों सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है. यह मंदिर सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है.
सूर्य उदय संगम मंदिर-
मॉरीशस के सबसे पुराने तमिल मंदिरों में से एक मंदिर सूर्य उदय संगम मंदिर है. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यह मंदिर दक्षिण भारतीय शैली में बना है. इस मंदिर में भगवान शिव, गणेश और मां दुर्गा की प्रतिमा हैं. यह मंदिर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है.
शिव शक्ति मंदिर-
यह मंदिर बोन टेरे में स्थित है. यह भगवान शिव को समर्पित है. यह मॉरीशस का पहला ऐसा मंदिर है, जिसे ISO 9001 सर्टिफाइड है.
हरे कृष्ण इस्कॉन मंदिर-
यह मंदिर मॉरीशस के बॉन एक्यूइल में है. यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है. इस मंदिर में भगवान के जीवन को दर्शाने वाली पेंटिंग्स बनी हैं. मंदिर के चारों तरफ बहुत सारे पेड़ हैं. इस मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त आते हैं.
केलासन मंदिर-
यह मंदिर पोर्ट लुइस में है. यह मंदिर तमिल शैली की वास्तुकला में बना है. इसे साल 1854 में तमिल लोगों ने इसे बनवाया था. इस मंदिर को सोकालिंगम मीनात्ची अम्मेन कोविल के नाम से जाना जाता है. यह द्वीप पर सबसे पुराना तमिल मंदिर है.