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Shri Thanedar: मुश्किलों से भरा बचपन, 14 साल में की नौकरी... अब US Congress में PM Modi के साथ दिखाई देंगे अरबपति श्री थानेदार

67 साल के भारतीय मूल के अमेरिकी संसद श्री थानेदार अमेरिकी संसद में प्रधानमंत्री मोदी के साथ नजर आएंगे. श्री थानेदार का जन्म और पढ़ाई लिखाई भारत में हुई है. उनका बचपन गरीबी में बीता. श्री थानेदार अरबपति बिजनेसमैन भी हैं.

अमेरिकी संसद में पीएम मोदी को मंच तक लेकर जाएंगे भारतीय मूल के सांसद श्री थानेदार (Photo/Twitter) अमेरिकी संसद में पीएम मोदी को मंच तक लेकर जाएंगे भारतीय मूल के सांसद श्री थानेदार (Photo/Twitter)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर है. इस दौरान 22 जून को प्रधानमंत्री अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. उस दौरान भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद भी पीएम मोदी के साथ दिखाई देंगे. भारतीय मूल के सांसद श्री थानेदार प्रधानमंत्री को मंच तक लेकर जाएंगे. श्री थानेदार डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद हैं. उनको व्हाइट हाउस में पीएम मोदी के सम्मान में आयोजित राजकीय रात्रिभोज के लिए भी आमंत्रित किया गया है. चलिए आपको बताते हैं कि डेमोक्रेटिक सांसद श्री थानेदार का भारत से क्या कनेक्शन है.

कौन हैं श्री थानेदार-
श्री थानेदार मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करते हैं. मिशिगन में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब भारतीय मूल का कोई शख्स सांसद बना है. थानेदार पहले ऐसे डेमोक्रेटिक सांसद हैं, जो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. जिसमें डेट्रायट शहर, ग्रोसे पोइंटे और डाउनरिवर शामिल है. थाने ने अपने जीवन के बारे में बताया कि मैं गरीबी में पला-बढ़ा और एक सपने के साथ अमेरिका आया. मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैंने अमेरिका को लेकर अपने सपने को पूरा किया.

गरीब परिवार में पैदा हुए थानेदार-
श्री थानेदार का जन्म 22 फरवरी 1955 को बॉम्बे स्टेट के चिक्कोडी में हुआ था. उनका परिवार आर्थिक तौर पर काफी गरीब था. 55 साल की उम्र में उनके पिता अचानक रिटायर हो गए. तो घर की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो गई. उस वक्त थानेदार की उम्र 14  साल थी. इस उम्र में उन्होंने परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए कई तरह के काम करने पड़े. पिता के निधन के बाद थानेदार को चौकीदारी भी करनी पड़ी.

गरीबी में की पढ़ाई-
गरीबी के बावजूद श्री थानेदार ने पढ़ाई नहीं छोड़ी. 18 साल की उम्र में थानेदार ने फिजिक्स में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद वो मास्टर डिग्री के लिए बॉम्बे विश्वविद्यालय में दाखिला लिया. साल 1977 में उन्होंने पीजी की डिग्री हासिल की. इसके बाद साल 1979 में थानेदार पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए. उन्होंने साल 1982 में एक्रोन विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री हासिल की.

अमेरिका की नागरिकता और बिजनेस में कमाल-
श्री थानेदार ने पीएचडी की डिग्री हासिल करने के 6 साल बाद भारत की नागरिकता छोड़ दी. साल 1988 में उन्होंने अमेरिका की नागरिकता ले ली. साल 1990 में उन्होंने कारोबार सीखने के लिए पॉलीटेक लेबोरेटरी में 15 डॉलर घंटे के लिए नाइट शिफ्ट में काम किया. साल 1991 में उन्होंने Chemir खरीदने के लिए 75 हजार अमेरिका डॉलर कर्ज लिया. पहले साल में उन्होंने 1.5 लाख डॉलर की कमाई की. इस दौरान उन्होंने 3 कर्मचारयों को काम दिया. धीरे-धीरे उनका कारोबार बढ़ने लगा. आज श्री थानेदार अरबपति हैं.

थानेदार की सियासी पारी-
श्री थानेदार ने अपनी सियासी पारी की शुरुआत साल 2018 में की. उन्होंने मिशिगन गवर्नर चुनाव में डेमोक्रेट के तौर पर हिस्सा लिया. उनका सियासी एजेंडा मिनिमम सैलरी 15 डॉलर, सार्वजनिक शिक्षा सुधार, बनियादी ढांचे में सुधार और गवर्नमेंट ट्रांसपरेंसी को बढ़ाना रहा. कई तरह से विवादों के बाद वो 30 फीसदी वोट ही हासिल कर पाए. इसके बाद साल 2020 में श्री थानेदार मिशिगन से स्टेट हाउस के लिए चुने गए. साल 2022 में थानेदार ने सांसदी का चुनाव लड़ने के लिए स्टेट हाउस की सीट छोड़ दी. उन्होंने इस चुनाव में जीत हासिल की और 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधि चुने गए.

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