इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने कहा कि उन्हें अपने दामाद ऋषि सुनक पर गर्व है, जो यूके के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. नारायण मूर्ति ने 'पीटीआई-भाषा' को ईमेल के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ऋषि को बधाई, हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं. हमें विश्वास है कि वह ब्रिटेन के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे. सुनक ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री होंगे, जो हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. बता दें कि, जब से ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की चर्चाएं तेज हुई, उसके बाद से ही उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति को इंटरनेट पर लोग काफी ज्यादा सर्च कर रहे हैं.
कौन हैं अक्षता मूर्ति?
अक्षता मूर्ति, इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति की बेटी हैं, जिन्हें अक्सर भारत का बिल गेट्स भी कहा जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, अक्षता के पास अपने पिता की कंपनी में 0.91% हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत लगभग 900 मिलियन डॉलर है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह ब्रिटेन की महारानी से भी ज्यादा अमीर हैं.
डेलॉइट और यूनिलीवर में काम करने और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए की पढ़ाई करने से पहले मूर्ति ने एक फैशन कॉलेज में डिप्लोमा हासिल किया. वह अपना खुद का फैशन लेबल, अक्षता डिज़ाइन्स चलाती हैं. हालांकि, अक्षता का यह बिजनेस 3 सालों में ही गिर गया. वह लिंक्डइन पर कैपिटल और प्राइवेट इक्विटी फर्म कैटामारन वेंचर्स, जिम चेन डिग्मे फिटनेस और जेंटलमेन्स आउटफिटर्स न्यू एंड लिंगवुड के निदेशक के रूप में सूचीबद्ध हैं.
अपने डिजाइन लेबल के बारे में बोलते हुए, मूर्ति ने 2011 में वोग इंडिया को बताया था कि उन्होंने अपने डिजाइन बनाने के लिए सुदूर भारतीय गांवों में कलाकारों के साथ काम किया.
सुनक और अक्षता की कब हुई मुलाकात?
बता दें कि अक्षता का जन्म 1980 में हुआ था. जन्म के बाद अक्षता के माता-पिता काम के सिलसिले में मुंबई शिफ्ट हो गए और अक्षता को अपने ग्रैंडपेरेंट्स के साथ रहने के लिए छोड़ दिया. अक्षता की मां सुधा मूर्ति एक कंप्यूटर साइंटिस्ट और इंजीनियर हैं. सुधा भारत की सबसे बड़ी कारमेकर कंपनी टाटा के लिए काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर थीं.
ऋषि सुनक की पहली बार अक्षता से मुलाकात स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुई. जहां दोनों एमबीए की पढ़ाई करने के लिए पहुंचे थे, इसी दौरान दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक बार दोनों ने एक कॉफी शॉप के बाहर लंबा वक्त एक साथ बिताया, जिसके साथ ही दोनों रिलेशनशिप में आ गए. इसके चार साल बाद बेंगलुरु में अक्षता और ऋषि ने शादी कर ली. दोनों के शादी में भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़ ने भी शिरकत की थी.
उस समय ऋषि और अक्षता की शादी में कई नामी हस्तियों ने शिरकत की थी, जिसमें विप्रो के चेयरमैन से लेकर राज्य के गवर्नर भी शामिल हुए. जिसकी चर्चा उस दौर में खूब हुई थी.
पिता का ऐसा था रिएक्शन
कहा जाता है कि जब अक्षता ने अपने और ऋषि के बारे में पिता नारायण मूर्ति को बताया, तब वो बेहद उदास हुए. लेकिन ऋषि से मिलने के बाद नारायण मूर्ति कहते हैं, 'मैंने पाया कि वह एक ब्रिलियंट, हैंडसम और सबसे जरूरी बात ईमानदार है तो मैं समझ गया कि क्यों तुमने उसे अपना दिल दिया.'