फ्रांस की संसद ने येल बॉर्न-पिवेट (Yael Braun-Pivet) को अपना नया स्पीकर चुना है. वह इस पद को संभालने वाली पहली महिला बन गई हैं. स्पीकर बनने के बाद बॉर्न-पिवेट ने अपने पहले भाषण में प्रजनन के अधिकारों को लेकर बात की.
पहले भाषण में प्रजनन के अधिकारों का मुद्दा उठाया
मंगलवार को बॉर्न-पिवेट ने फ्रांस के निचले सदन (नेशनल असेंबली) में अपने भाषण के दौरान अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपात को लेकर दिए गए फैसले की आलोचना की. उन्होंने ने कहा कि, "पिछले शुक्रवार को गर्भपात को लेकर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का दिया निर्णय क्रूर था, जिसने बच्चे के जन्म के अधिकारों को लेकर अपने वादे को झुठला दिया है', जिससे हमें बहुत दुख हुआ है. ये हमलोग को सतर्क रहने के लिए एक कड़ी चेतावनी है.
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि हमें किसी भी चीज को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इतिहास प्रगति से बना है, लेकिन हमेशा इसके उलट होने का खतरा बना रहता है. उन्होंने कहा- "आज एक महिला के रूप में यह मेरा विश्वास है कि हमें अधिकारों को लेकर निगरानी रखने की जरूरत है ताकि यह हमेशा के लिए बनी रहे."
येल बॉर्न-पिवेट कौन हैं?
बॉर्न-पिवेट पहले क्रिमिनल लॉयर रही हैं और कई वर्षों तक ताइवान और जापान में भी रही हैं. हाल ही में उन्होंने एक सूप किचन चलाया था और मुफ्त में लोगों को कानूनी सहायता प्रदान की थी. बॉर्न के पूर्वज 1930 के दशक में उत्पीड़न से बचने के लिए ईस्टर्न यूरोप से फ्रांस चले गए थे. उनके राजनीतिक जीवन की बात करें तो वो पहले सोशलिस्ट पार्टी की सदस्य थीं. बॉर्न-पिवेट राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन की पार्टी में एक साल पहले शामिल हुईं थीं और 2017 में पार्लियामेंट में चुनकर आईं थीं.
स्पीकर बनने से पहले बॉर्न-पिवेट (Yael Braun-Pivet) फ्रांस के विदेश मंत्री के रूप में एक महीने तक कार्य किया था. बॉर्न-पिवेट अब नए प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न के साथ काम करेंगीं. जिन्हें पिछले महीने ही नियुक्त किया गया था. एलिजाबेथ बोर्न एडिथ क्रेसन के बाद फ्रांस की दूसरी महिला प्रधानमंत्री हैं.
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