भारत और मालदीव के बीच चल रहे तनाव का असर मालदीव के टूरिज्म पर पड़ा है और वहां की अर्थव्यवस्था लड़खड़ासी गई है. इसे देखते हुए मालदीव के पर्यटन मंत्री ने सोमवार को भारतीयों से उसकी इकोनॉमी में योगदान देने और वहां आने की अपील की है. उन्होंने कहा,"कृपया मालदीव के पर्यटन का हिस्सा बनें. हमारी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर निर्भर करती है." मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल ने भारत और मालदीव के ऐतिहासिक संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि हमारी सरकार भारत के साथ मिलकर काम करना चाहती है. हमारे लोग और हमारी सरकार मालदीव आने वाले भारतीयों का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे.
इस तनाव की वजह से चार महीने में मालदीव पहुंचने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में लगभग 42 फीसदी की गिरावट आई है.
भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट
आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 की इसी अवधि की तुलना में 2024 के पहले चार महीनों में भारत से पर्यटकों की संख्या में 42% की गिरावट आई है. जबकि मालदीव में 2023 में जनवरी और अप्रैल के बीच भारत से 73,785 पर्यटक आए. इस वर्ष इसी अवधि में द्वीप राष्ट्र में 42,638 पर्यटकों का आगमन दर्ज किया गया.कुल मिलाकर 31,147 पर्यटकों की गिरावट देखी गई.
आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2024 में 15,006 भारतीयों ने द्वीप राष्ट्र का दौरा किया. फरवरी में, 11,252 भारतीय पर्यटकों ने द्वीप राष्ट्र का दौरा किया, जबकि पिछले साल इसी महीने में 24,632 पर्यटक आए थे.इस साल मार्च में केवल 7,668 भारतीयों ने मालदीव का दौरा किया, जबकि 2023 में इसी महीने के दौरान कुल 16,141 पर्यटक आए थे. इसी तरह अप्रैल में 8,712 भारतीयों ने मालदीव का दौरा किया. अप्रैल 2023 में यह संख्या 18,662 थी.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल पीएम मोदी ने इसी साल 6 जनवरी को अपने एक्स हैंडल पर भारत लक्षद्वीप की तस्वीरें साझा की थी और यहां आने की अपील की थी.इसे लेकर मालदीव के तीन अधिकारियों ने भारत और पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद भारत की ओर से मालदीव पर तीखी प्रतिक्रिया हुई. मोदी जी की अपील के बाद कई लोगों और सेलेब्स ने अपना मालदीव घूमने का प्लान कैंसिल कर दिया था.
स्थानीय मीडिया ने भारत-मालदीव तनाव और भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट के लिए मुइज्जू सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.मोहम्मद मुइज्जू पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति बने थे.तभी से भारत के साथ उसके रिश्ते कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं.मुइज्जू को चीन का समर्थक माना जाता है. उन्होंने अपने चुनाव प्रचार में 'इंडिया आउट' का नारा दिया था.