कोविड वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना ने दावा किया है कि उसकी नई ओमिक्रॉन-स्पेशफिक वैक्सीन महामारी में एक 'टर्निंग पॉइंट' हो सकती है. 800 लोगों पर नई वैक्सीन को लेकर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि इसे देने के बाद ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी बनने का स्तर आठ गुना बढ़ गया था.
इस वैक्सीन को इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि इसका सिंगल शॉट ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट और ओरिजनल कोरोना वायरस से भी लड़ने में सक्षम है. इसे mRNA-1273.214 भी कहा जाता है. लेटेस्ट क्लिनिकल ट्रायल में पाया गया कि वैक्सीन का अपडेटेड वर्जन पहले टीकाकरण प्राप्त कर चुके और संक्रमित व्यक्तियों में BA.4 और BA.5 के खिलाफ एंटीबॉडी में बनाने में पांच गुना ज्यादा सक्षम है.
हालांकि बूस्टर शॉट ने दो ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट के खिलाफ मूल ओमिक्रॉन वैरिएंट- BA.1 की तुलना में तीन गुना कम एंटीबॉडी बनाई. मॉडर्ना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी पॉल बर्टन ने कहा, "यह शायद लंबे समय तक चलने वाला है और मुझे लगता है कि निष्कर्ष यह है कि बूस्टिंग या प्राइमरी वैक्सीनेशन (अपडेट किए गए वैक्सीन) वास्तव में SARS-Cov-2 वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकते हैं."
अपने खर्चे पर कर रही है उत्पादन
मॉडर्न के अध्यक्ष स्टीफन होग ने फाइनेंशियल टाइम्स से बातचीत में कहा कि नए बूस्टर पर स्विच करने से हमें शुरुआती दौर में ही कोविड-19 मामलों में वृद्धि को रोकने में मदद मिल सकती है. बता दें कि मॉडर्ना कथित तौर पर नियामक अनुमोदन से पहले अपने खर्च पर नए COVID-19 वैक्सीन का उत्पादन कर रही है. हॉग ने कहा, "मॉडर्ना अगस्त में बूस्टर शॉट की आपूर्ति शुरू कर सकती है और हम उम्मीद करेंगे कि अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में दसियों लाख से करोड़ों खुराकें उपलब्ध होंगी. उम्मीद है कि कंपनी आने वाले हफ्तों में शॉट की मंजूरी के लिए नियामकों को मंजूरी के लिए आवेदन भेजेगी.
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