
नेपाल-तिब्बत सीमा पर स्थित शीज़ांग क्षेत्र में पिछले 24 घंटों के भीतर 20 से अधिक भूकंपों ने दहशत फैला दी है. कल सुबह 6:35 बजे 7.1 तीव्रता का एक भयंकर भूकंप आया, जिसके बाद से क्षेत्र में लगातार झटके महसूस किए जा रहे हैं. हालांकि, हिमालय का पूरा क्षेत्र ही भूकंप के लिए संवेदनशील है, फिर भी इन झटकों की आवृत्ति और तीव्रता ने सभी को चौंका दिया है.
अभी तक रिकॉर्ड किए गए झटकों में आज सुबह 6:58 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. लगातार आ रहे भूकंपों ने लोगों में लगातार होने वाली अनहोनी का डर पैदा कर दिया है. कल से अब तक 20 से ज्यादा भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.9 से 5.0 के बीच रही है. पूरा का पूरा हिमालयी क्षेत्र भूकंप के लिए सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्रों में से एक माना जाता है, और यहां के भौगोलिक बदलाव अक्सर भूकंपीय गतिविधियों को बढ़ाते रहते हैं.
कल सुबह आए भूकंप की चपेट में अब तक लगभग 100 लोगों की जान जा चुकी है, जिससे स्थानीय प्रशासन और राहत बलों की चिंता बढ़ गई है. सरकार और स्थानीय राहत एजेंसियां मिलकर प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों को अंजाम दे रही हैं. राहत सामग्रियों का वितरण तेजी से किया जा रहा है और घायलों के इलाज के लिए अस्थायी चिकित्सा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं.
विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्र भौगोलिक परिवर्तन और टेक्टोनिक प्लेटों की सक्रियता के कारण भूकंप प्रवण बना रहता है. ऐसे में इन झटकों का जारी रहना संभव है.