इजरायल में एक बार फिर सियासी खलबली मची है. नफ्ताली बेनेट की सरकार का जाना तय हो गया है. साढ़े तीन साल में ये 5वां मौका है, जब इजरायल में सरकार गिरने के बाद चुनाव की संभावना बनी है. पिछले जून महीने में बेनेट ने बेंजामिन नेतन्याहू को सत्ता से हटाया था और अब खुद की सत्ता पर संकट आ गया है.
बेनेट-लापिद का गठबंधन टूटा-
नफ्ताली बेनेट और यायिर लापिद की पार्टियों ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया है. इसके साथ ही पीएम ने संसद भंग करने को लेकर विधायक लाने की बात कही. इसके साथ ही अक्टूबर में चुनाव होने की संभावना है. सरकार गिरने की वजह एक अरब पार्टी की नाराजगी बताई जा रही है. दरअसल अरब समर्थन पार्टी यूनाइटेड अरब लिस्ट फिलिस्तीन की बस्तियों में याहूदी नागरिकों को बसाए जाने का आरोप लगाया था.
यायिर होंगे इजरायल के नए पीएम-
फिलहाल यायिर लापिद इजरायल के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालेंगे. लेकिन वो इस पद पर चुनाव तक ही बने रहेंगे. अभी यायिर लापिद इजरायल के विदेश मंत्री हैं. करीब एक साल पहले सत्ता से हटाए गए बेंजामिन के सियासी उम्मीदों को पंख लग गए हैं. हालांकि बेंजामिन समर्थकों को उम्मीद थी कि उनको सरकार बनाने का मौका मिलेगा. लेकिन बेनेट सरकार ने चुनाव में उतरने का फैसला किया है. इसके लिए संसद में विधयक लाने की तैयारी कर रही है. चुनाव के बाद जल्द इजरायल में नई सरकार बनेगी.
कौन हैं नफ्ताली बेनेट-
बेनेट इजरायल की दक्षिणपंथी यमिना पार्टी के नेता हैं. इस पार्टी को साल 2019 में बनाया गया था. बेनेट का जन्म इजरायल के हायफा शहर में हुआ था और यहूदी धर्म से आते हैं. वो इजरायल की सेना में कमांडों रह चुके हैं. साल 1996 में हिजबुल्लाह के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को लीड किया था. इस कार्रवाई में 106 लेबनानी नागरिकों के मारे जाने के आरेप लगे थे.
कौन हैं यायिर लापिद-
जबकि यायिर लापिद यश अतिद नाम की लिबरल पार्टी के नेता हैं. लापिद ने साल 2012 में पार्टी बनाई थी.
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