सुनहरे रंग की दिखने वाली कुरकुरी सी डिश और पॉपुलर फास्ट फूड ‘फ्रेंच फ्राई’दुनियाभर में लाखों लोगों की पहली पसंद है. हर साल 13 जुलाई को नेशनल फ्रेंच फ्राई डे मनाया जाता है. यह विशेष दिन प्रतिष्ठित फ्रेंच फ्राई जोकि लाखों लोगों की पसंद है का जश्न मनाने के लिए सेलिब्रेट किया जाता है. इसके नाम फ्रेंच फ्राई होने को लेकर लोगों को ये गलतफहमी है कि इसका इतिहास फ्रांस से जुड़ा है. अगर आप भी इसे लेकर कंफ्यूज हैं, तो आइए हम आपको इसके इतिहास से जुड़ी कुछ मजेदार और रोचक जानकारियां बताते हैं.
फ्रेंच फ्राइज के इतिहास से जुड़ी कुछ रोचक किस्से
कहा जाता है कि सबसे पहले फ्रांस और उत्तरी बेल्जियम के आसपास की जगहों पर आलू को फ्राई करके खाने का चलन शुरू हुआ था. बेल्जियम के मोस वैली के एक गांव के लोग नदी से मछलियां पकड़कर इसे फ्राई करके खाते थे. जबकि सर्दी में जब नदियां बर्फ बन जाती थीं, तब मछली मिलना मुश्किल होता था. उसी दौरान उत्तरी बेल्जियम के आसपास कुछ गांव के लोगों ने आलू फ्राई करना शुरू कर दिया. गांव के लोग पेट भरने के लिए आलू को छोटी मछलियों के शेप में काटकर तेल में फ्राई करके खाना पसंद करने लगे. इस तरह ये उनका एक स्टेबल फूड बन गया.
अमेरिका की अपनी कहानी
अमेरिकी इतिहासकारों का कहना है कि 1802 में राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन ने वाइट हाउस में डिनर से पहले फ्रांस के शेफ होनोरे जूलियन को आलू के स्लाइस को फ्राई करके परोसने के लिए कहा था. ये स्नैक्स सभी को काफी पसंद आया. इसके बाद धीरे-धीरे फ्रेंच फ्राइज़ अमेरिका में पॉपुलर हो गया. 1850 के दशक तक ये अमेरिका में काफी लोकप्रिय हो चुका था. हालांकि इसे फ्रेंच फ्राइज पोटैटो के रूप में अधिक जाना गया. अमेरिकियों का दावा है कि विश्व में सबसे अधिक फ्रेंच फ्राइज का शौक अमेरिका के लोगों को है. एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी साल भर में 29 पाउंड फ्रेंच फ्राइज खा जाते हैं.
लगभग 17वीं शताब्दी के आसपास फ्रांसीसी क्रांति के दौरान सैनिकों को खाने के लिए फ्रेंच फ्राइज दिया जाता था. तब फ्रांस में मौजूद प्रसिद्ध पैरिसियन पुल के नाम पर इसे फ्राइट्स पोंट न्यूफ कहा जाता था. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जब यहां अमेरिकन आर्मी आई तो उन्होंने इस फूड की जानकारी मिली और उन्हें ये काफी पसंद किया. वे इसे पहली बार कैचअप, मेयोनीज और विनेगर के साथ खाना शुरू किए और तभी से इसका नाम फ्रेंच फ्राइज पड़ गया. बेल्जियम के फूड हिस्टोरियन पियरे लेक्लेर्क का दावा है कि फ्राइज फ्रांसीसी मूल के हैं. इनका उल्लेख पहली बार 1775 में एक पेरिस की किताब में किया गया है. आधुनिक फ्रेंच फ्राइज की पहली रेसिपी 1795 में फ्रेंच कुकबुक ला क्युसिनिएर रिपब्लिकेन में है.
दुनिया भर में हैं नाम अलग
फ्रेंच फ्राइज के दीवाने दुनिया भर में आपको मिल जाएंगे. अलग-अलग देशों में इसके नाम भी हैं अलग-अलग हैं. अमेरिका में इन्हें फ्रेंच फ्राइज़ कहा जाता है. बेल्जियम में "बेल्जियम फ्राइज़", फ्रांसीसी में उन्हें "पोम फ्राइट्स", यूके में, "चिप्स" और स्पेन में इन्हें "पेटटास फ्रिटास" कहा जाता है. कुछ देशों में इन्हें "फिंगर चिप्स" कहते हैं यही नहीं इनका एक नाम "फ्लेमिश फ्राइज़" भी है.