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दुनिया पर पड़ रही भारत की छवि, नेपाल ने अपनाया UPI से डिजीटल लेन-देन

भारत में यूपीआई की शुरुआत 2016 में हुई थी. आधिकारिक आंकड़ों पर नजर डालें तो भीम-यूपीआई लोगों के पसंदीदा पेमेंट ऑप्शन के रूप में उभरा है. आज-कल ज्यादा से ज्यादा लोग कैश रखना पसंद नहीं करते हैं.

नेपाल ने अपनाया UPI से डिजीटल लेन-देन नेपाल ने अपनाया UPI से डिजीटल लेन-देन
हाइलाइट्स
  • भूटान में भी शुरू हो गया BHIM-UPI

  • बाहरी देशों में है भारत की चर्चा

नेपाल जाने वालों के लिए एक अच्छी खबर है. अब नेपाल में भी भारत की UPI तकनीक से बिना रुकावट डिजीटल ट्रांजेक्शन (Digital Transaction) किया जा सकेगा. भारत में विकसित की गई एकीकृत भुगतान इंटरफेस का इस्तेमाल नेपाल ने शुरू कर दिया है. दरअसल एक सरकारी पत्रिका के लेख के जरिये यह जानकारी मिली है.

भूटान में भी शुरू हो गया BHIM-UPI
PIB के ट्वीट किए गए एक लेख के मुताबिक "इस साल की शुरुआत में भूटान (Bhutan) ने डिजिटल लेनदेन के लिए भीम-यूपीआई (BHIM-UPI) आधारित डिजिटल लेनदेन को अपनाया था."

बाहरी देशों में है भारत की चर्चा
PIB ने अपने लेख में ये भी कहा है कि कई देशों में भारत द्वारा बनाए गए कोविन एप (Cowin App) की भी खूब प्रशंसा की है. एक ऐप को कोविड महामारी के शुरुआती दौर के समय टीकाकरण के लिए विकसित किया गया था. अब नेपाल ने भारत की यूपीआई प्रणाली को अपनाया है.

भारत में काफी पॉपुलर है भीम-यूपीआई
भारत में यूपीआई की शुरुआत 2016 में हुई थी. आधिकारिक आंकड़ों पर नजर डालें तो भीम-यूपीआई लोगों के पसंदीदा पेमेंट ऑप्शन के रूप में उभरा है. आज-कल ज्यादा से ज्यादा लोग कैश रखना पसंद नहीं करते हैं. 28 फरवरी, 2022 तक इसके जरिये 8.27 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के रिकॉर्ड 452.75 करोड़ डिजिटल भुगतान किए गए हैं.