कोविड के घटते मामलों के साथ-साथ जीवन भी वापस पटरी पर लौटने लगा है. बच्चे स्कूल जाने लगे हैं और बड़े भी अब ऑफिस जा रहे हैं. इसी बीच 5 वीं शताब्दी में बना नेपाल का पवित्र हिंदू मंदिर, पशुपतिनाथ जो COVID-19 महामारी की ताजा लहर के कारण बंद कर दिया गया था, शुक्रवार से भक्तों के लिए स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए फिर से खुल जाएगा। पशुपति क्षेत्र विकास ट्रस्ट के अनुसार जिला प्रशासन कार्यालय, काठमांडू द्वारा जारी नए आदेश के अनुसार मंदिर को फिर से खोला जा रहा है.
पारस के पत्थर से बना है पशुपतिनाथ का शिवलिंग
पशुपतिनाथ मंदिर एक विश्व धरोहर स्थल है और नेपाल का सबसे बड़ा मंदिर परिसर है. यह बागमती नदी के किनारे स्थित है. हर दिन नेपाल और भारत से हजारों उपासक यहां भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए आते हैं. पशुपतिनाथ का मंदिर नेपाल में महादेव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है. मान्यताओं के मुताबिक यह मंदिर हिन्दू धर्म के आठ सबसे पवित्र स्थलों में भी शामिल है. श्री पशुपतिनाथ मंदिर में स्थित शिवलिंग बहुत ही कीमती और चमत्कारी है. माना जाता है कि यह शिवलिंग पारस के पत्थर से बना है.
मंदिरों में पूजा की मिली अनुमति
डीएओ ने सोमवार को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मंदिरों, मस्जिदों, मठों और चर्चों में पूजा, ध्यान या प्रार्थना जैसी गतिविधियों की अनुमति दे दी है. नेपाल में गुरुवार को COVID-19 के 1,369 नए मामलों दर्ज किये गए. जहां ठीक होने वालों की संख्या 2,238 रही तो वहीं कोविड की वजह से 12 मौतें दर्ज की गईं. पूरे नेपाल में अब तक इस वायरस से 11,864 लोगों की मौत हो चुकी है.