मशहूर शेरपा माउंटेन गाइड कामी रीता ने बुधवार को 30वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की और विश्व रिकॉर्ड बनाया. इस महीने उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर अपनी दूसरी चढ़ाई पूरी की है और वह 10 दिनों के भीतर. बेस कैंप के एक सरकारी अधिकारी खीम लाल गौतम के अनुसार, 55 वर्षीय रीता सुबह 7.49 बजे 8,849 मीटर शिखर पर पहुंचे. इस सीज़न में उनकी पहली चढ़ाई 12 मई को हुई थी जब वह कुछ विदेशी लोगों को गाइड कर रहे थे.
'एवरेस्ट मैन' के नाम से मशहूर रीता ने पहले कहा था कि वह "सिर्फ काम कर रहे थे" और रिकॉर्ड बनाने की उनकी कोई योजना नहीं थी. अपनी 29वीं चढ़ाई के बाद उन्होंने एएफपी को बताया था कि वह अपने रिकॉर्ड के लिए खुश हैं लेकिन रिकॉर्ड आखिर में टूट ही जाते हैं. पर उन्हें खुशी इस बात की ज्यादा है कि उनकी चढ़ाई से नेपाल को दुनिया में पहचान मिली.
हेल्दी हैं शेरपा कामी रीता
इस यात्रा का आयोजन करने वाले अभियान सेवन समिट्स ट्रेक्स के मिंगमा शेरपा का कहना है कि कामी रीता अच्छे स्वास्थ्य में हैं और यह रिकॉर्ड हासिल करके खुश हैं. कामी रीता जब शिखर पर थे तब भी उनकी हेल्द सही थी. हालांकि, बताया जा रहा है कि अब इस सीज़न में रीता दोबारा चढ़ाई नहीं करेंगे और हो सकता है अब कुछ दिनों के लिए वह अपने घर जाएं.
कामी रीता ने पिछले साल भी दो बार एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी और पहली बार दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत पर सबसे ज्यादा चढ़ाई करने का रिकॉर्ड बनाया था और बाद में अपने ही रिकॉर्ड को एक सप्ताह से भी कम समय में दोबारा चढ़ाई करके तोड़ दिया.
और कई चोटियों पर की है चढ़ाई
एवरेस्ट पर सबसे ज्यादा चढ़ाई करने वालों में कामी रीता के बाद उनके प्रतिद्वंदी साथी गाइड पसांग दावा का नाम आता हैं, जिन्होंने माउंटेन पर 27 बार सफल चढ़ाई की है. रीता ने पहली बार 1994 में एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी और तब से वह लगभग हर साल यह यात्रा कर रहे हैं. वह कई शेरपा गाइडों में से एक हैं जिनकी विशेषज्ञता और कौशल हर साल विदेशी पर्वतारोहियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं. उनके पिता पहले शेरपा गाइडों में से थे.
एवरेस्ट की चढ़ाई के अलावा, रीता ने कई अन्य चोटियों पर भी चढ़ाई की है, जो दुनिया की सबसे ऊंची चोटियों में से हैं, जिनमें K2, चो ओयू, मनास्लु और ल्होत्से शामिल हैं. अधिकारियों ने कहा कि इस चढ़ाई के मौसम में 450 से अधिक पर्वतारोही पहले ही नेपाली की साइड से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ चुके हैं और अब जल्द ही चढ़ाई का सीजन खत्म होने वाला है.