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Happy New Year 2024: दुनिया के कई देशों में शुरू हुआ नए साल का जश्न, कहां और कैसे मनाया जाता है न्यू ईयर? जानकर हो जाएंगे हैरान

New Year 2024 Celebration: नववर्ष एक नई आशा की किरण लेकर आता है. भारत सहित दुनिया भर में नए साल का दिन बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है. यह एक वर्ष की शुरुआत और दूसरे वर्ष के अंत का प्रतीक है. 

Happy New Year 2024 Happy New Year 2024
हाइलाइट्स
  • ग्रेगोरियन और जूलियन कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी को मनाया जाता है न्यू ईयर 

  • न्यूजीलैंड-ऑस्ट्रेलिया में आतिशबाजी के साथ शुरू हुआ नए साल का जश्न

न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में आतिशबाजी के साथ नए साल 2024 का जश्न शुरू हो गया है. भारत सहित अन्य देशों के लोगों में उत्साह है. लोग बीते साल की अच्छी यादों को संजोने और बुरी यादों को भूलकर एक नए साल के स्वागत के लिए बेताब हैं. ऑस्ट्रेलिया में आतिशबाजी के साथ नए साल का जश्न मनाया गया. सिडनी हार्बर ब्रिज पर आतिशबाजी प्रदर्शन और लाइट शो का आयोजन किया गया. आइए जानते हैं किस देश में कब और कैसे मनाया जाता है नया साल? 

कहां पर सबसे पहले मनाया गया न्यू ईयर
लगभग 4000 साल पहले बेबीलीन नामक जगह पर सबसे पहले न्यू ईयर मनाया गया था. लेकिन उस समय नए साल का जश्न एक जनवरी को नहीं बल्कि 21 मार्च को मनाया जाता था. इसे बसंत आगमन की तिथि के रूप में भी मनाया जाता था. 1 जनवरी को नए साल के रूप में मनाने की शुरुआत 15 अक्टूबर 1582 में हुई थी. रोमन शासक जूलियस सीजर ने 1 जनवरी से नया साल मनाने की शुरुआत की थी.

अलग-अलग देश के लिए अलग-अलग टाइम जोन
अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के अनुसार अलग-अलग देशों के लिए अलग-अलग टाइम जोन निर्धारित किया गया है. इसी टाइम जोन के हिसाब से जिस देश में सबसे पहले रात के 12 बजते हैं उस देश में नया साल मनाया जाना शुरू कर दिया जाता है. 

किन देशों में कब मनाया जाता है नया साल
1. न्यूजीलैंड- 31 दिसंबर, सुबह 11:00 बजे GMT (Greenwich Mean Time), भारतीय समय के मुताबिक शाम 4.30 बजे IST(Indian Standard Time)
2. ऑस्ट्रेलिया- 31 दिसंबर, दोपहर 1:00 बजे GMT (6.30 बजे IST)
3. जापान, दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया- 31 दिसंबर, दोपहर 3:00 बजे GMT (8.30 बजे IST)
4. चीन, मलेशिया, सिंगापुर, हांगकांग, फिलीपींस- 31 दिसंबर, शाम 4:00 बजे GMT (9.30 बजे IST)
5. थाईलैंड, वियतनाम, कंबोडिया- 31 दिसंबर, शाम 5:00 बजे GMT (रात 10.30 बजे IST)
6. भारत और श्रीलंका- 31 दिसंबर, शाम 5:30 बजे GMT (रात 12:00 बजे IST)
7. यूएई, ओमान, अजरबैजान- 31 दिसंबर, रात 8:00 बजे GMT (1 जनवरी, 1.30 बजे IST)
8. ग्रीस, दक्षिण अफ्रीका, साइप्रस, मिस्र, नामीबिया- 31 दिसंबर, रात 10:00 बजे GMT (1 जनवरी, सुबह 3.30 बजे IST)
9. जर्मनी, फ्रांस, इटली, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, मोरक्को, कांगो, माल्टा- 31 दिसंबर, रात 11:00 बजे GMT (1 जनवरी, सुबह 4.30 बजे IST)
10. यूके, आयरलैंड, पुर्तगाल- 1 जनवरी, रात 12:00 बजे GMT (सुबह 5.30 बजे IST)
11. ब्राजील, अर्जेंटीना, चिली- 1 जनवरी, सुबह 3:00 बजे GMT (सुबह 8.30 बजे IST)
12. प्यूर्टो रिको, बरमूडा, वेनेजुएला, यूएस वर्जिन आइलैंड्स, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स- 1 जनवरी, सुबह 4 बजे GMT (सुबह 9.30 बजे IST)
13. यूएस ईस्ट कोस्ट (न्यूयॉर्क, वाशिंगटन डीसी), पेरू, क्यूबा, ​​​​बहामास- 1 जनवरी, सुबह 5:00 बजे GMT(सुबह 10.30 बजे IST)
14. मेक्सिको, कनाडा के कुछ हिस्से और अमेरिका- 1 जनवरी, सुबह 6:00 बजे GMT (सुबह 11.30 बजे IST)
15. यूएस वेस्ट कोस्ट (लॉस एंजिल्स, सैन फ्रांसिस्को)- 1 जनवरी, सुबह 8 बजे GMT (दोपहर 1.30 बजे IST)

कैसे मनाया जाता है न्यू ईयर
भारत: नववर्ष पर लोग अपने प्रियजनों को मिलकर बधाई देते हैं और गिफ्ट्स और मिठाइयां बांटते हैं. लेकिन एक जनवरी का दिन एक लौता न्यू ईयर नहीं है, जो हमारे देश में मनाया जाता है. विविधता में एकता के सूत्र को मानने वाले हमारे देश में, साल में पांच बार नया साल मनाया जाता है. 

डेनमार्क: इस देश में नए साल के मौके पर प्लेटें तोड़ीं जाती है. यहां की मान्यता है कि आने वाला नया साल खुशियां लेकर आएगा. इसलिए डेनमार्क में लोग अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के घर जाकर उनके दरवाजे पर प्लेटें तोड़कर फेंक देते हैं. यह शुभकामना संदेश की तरह होता है.

ब्राजील: इस देश में नए साल के स्वागत के लिए अनोखी परंपरा है. नए साल के मौके पर यहां लोग खास तौर पर दाल पकाकर खाते हैं. दाल को धन दौलत का प्रतीक माना जाता है. इसलिए माना जाता है कि दाल खाने से नए साल में समृद्धि हासिल होती है.

स्पेन: नए साल के जश्न पर स्पेन में 12 बजते ही लोग अंगूर खाते हैं. मान्यता है कि में मध्यरात्रि में अंगूर खाने से आने वाले 12 महीने आपके लिए खुशहाली लाते हैं.

जापान और ​दक्षिण कोरिया:  नए साल के स्वागत में एशियाई देशों (जापान और ​दक्षिण कोरिया) में घंटी बजाई जाती है. जगह-जगह पूर्व संध्या पर लोग घंटी बजाते हुए दिखते हैं. जापान में तो मान्यता के हिसाब से 108 बार घंटी बजाना शुभ माना जाता है. इसलिए वहां शोर काफी होता है.

रोमानिया: इस देश में नववर्ष का स्वागत करने के लिए लोग भालू जैसी पोशाक पहनकर डांस करते हैं. इसके पीछे मान्यता है कि नए साल में बुरी आत्माओं से छुटकारा मिले. दरअसल, पुरानी रोमनियाई कहानियों में भालू काफी स्पेशल रहे हैं और लोगों की रक्षा व इलाज करने तक के लिए मददगार माने जाते हैं.

अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका: यूएस के कई शहरों में नववर्ष की पूर्व संध्या पर लोग कुछ चीजें ऊंचाई से फेंकते हैं. दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में मान्यता है कि नए साल के स्वागत में घर का गैर जरूरी सामान बाहर कर देना चाहिए. लेकिन इसे कबाड़ी को बेचना या फिर रीसेल करने जैसा सिस्टम नहीं है बल्कि अपनी खिड़कियों से लोग खास तौर से पुराना फर्नीचर बाहर फेंकते हैं. इसके पीछे मान्यता यही है कि नए साल में नया सौभाग्य उन्हें हासिल हो.

दक्षिण अमेरिका:  इस महाद्वीप के कुछ देशों में नए साल की पूर्व संध्या पर लोग सूटकेस लेकर घूमते हैं. यहां की मान्यता है कि खाली सूटकेस लेकर वॉक करने से पूरा साल रोमांसों से भरा रहेगा.

चिली: नए साल के मौके पर चिली में लोग कब्रिस्तान में सोकर जश्न मनाते हैं. जहां उनके मृत रिश्तेदारों को उनकी मृत्यु के बाद दफनाया गया होता है.