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नाइजीरिया में 10 लाख कोरोना वैक्सीन हुई बर्बाद, गिनती अभी भी जारी

छोटे महाद्विपों के  एक अरब से ज्यादा लोग वैक्सीन की कमी का सामना कर रहे हैं, ऐसे हालात में सरकार  ने भी अपना रुख साफ किया है कि अमीर देशों के साथ छोटे देशों और महाद्विपों के लोगों को भी वैक्सीन पहुंचाई जाए. वैक्सीन की कमी की वजह से ही नया वैरिएंट ओमिक्रोन अब पूरे दक्षिण अफ्रीका में फैल रहा है.

नाइजीरिया में बर्बाद हुई वैक्सीन नाइजीरिया में बर्बाद हुई वैक्सीन
हाइलाइट्स
  • डब्ल्यूएचओ के मुताबिक अफ्रीका की आबादी का 7.5 प्रतिशत हिस्सा ही पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है

  • नाइजीरिया में बर्बाद हुई वैक्सीन एस्ट्राजेनेका की थी

एक तरफ जहां पूरी दुनिया में कोरोना के टीके की कमी को दूर करने की कोशिशें की जा रही है, तो वहीं  पिछले महीने नाइजीरिया में एक मिलियन तक कोविड 19 वैक्सीन की खुराक बिना इस्तेमाल के ही बर्बाद हो रही है. जानकारों का कहना है कि अफ्रिकी देशों का वैक्सीन की कमी से जूझना इसी बर्बादी का नतीजा है.  छोटे महाद्विपों के  एक अरब से ज्यादा लोग वैक्सीन की कमी का सामना कर रहे हैं, ऐसे हालात में सरकार  ने भी अपना रुख साफ किया है कि अमीर देशों के साथ छोटे देशों और महाद्विपों के लोगों को भी वैक्सीन पहुंचाई जाए. वैक्सीन की कमी की वजह से ही नया वैरिएंट ओमिक्रोन अब पूरे दक्षिण अफ्रीका में फैल रहा है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक नाइजीरिया, अफ्रीका का सबसे अधिक आबादी वाला देश है जहां पर  200 मिलियन से ज्यादा लोगों के घर, 4 प्रतिशत से कम लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है.

बर्बाद हुए खुराक की गिनती अभी भी जारी 

नाइजीरिया में बर्बाद हुई वैक्सीन एस्ट्राजेनेका की थी. एक सूत्र ने बताया कि नाइजीरिया में खुराक खत्म होने के बाद मात्र 6 हफ्ते के अंदर नई खुराक का शॉट्स आ गया था, लेकिन वक्त पर इस्तेमाल ना होने की वजह से ये खुराके बर्बाद हो गयी. बर्बाद हुए खुराक की गिनती अभी भी चल रही है. नेशनल प्राइमरी हेल्थ केयर डेवलपमेंट एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा की नाइजीरिया में कुल पहुंचाए गए शॉट्श और इस्तेमाल किए गए शाट्श की गिनती की जा रही है. इधर डब्ल्यूएचओ  का कहना है कि "किसी भी टीकाकरण कार्यक्रम में वैक्सीन की बर्बादी की उम्मीद की जानी चाहिए, और कोविड -19 ने जिस तरह तबाही लाई उसमें तो ये सब बीमारी का हि एक हिस्सा बन गया है. लेकिन नाइजीरिया  में जिस पैमाने पर टीके बर्बाद हुए हैं, वो अब तक का बड़ा नुकसान है. यहां तक कि कई छोटे देशों को जितने टीके पहुंचाए नहीं गए उससे कहीं ज्यादा नाइजीरिया में बर्बाद किए गए हैं. 

कमजोर नींव

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि विश्व स्तर पर COVID-19 महामारी को खत्म करने के लिए अफ्रीका में उच्च टीकाकरण कराना बेहद ही जरूरी है.  डब्ल्यूएचओ के मुताबिक अफ्रीका की आबादी का 7.5 प्रतिशत हिस्सा ही  पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले हफ्तों में टीकाकरण में भारी उछाल आने की उम्मीद जताई जा रही है. जो एक राहत की बात होगी.  नाइजीरिया में टीके बर्बाद होने की सबसे बड़ी वजह बिजली का आभाव है. दूसरा नाइजीरिया के इस्लामी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीन पहुंचाना एक जोखिम भरा काम है , इसलिए कई चिकित्सक वहां तक जाते नहीं हैं.