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Tesla in China: एक्सिडेंट में नहीं मरे, तो जुर्माना भरना पडे़गा! चीन में परेशान ग्राहकों को मदद नहीं, सिरदर्द दे रही एलन मस्क की कंपनी टेस्ला, ठोक रही है मानहानि का मुकदमा

फरवरी 2021 में जब झांग नाम की लड़की के साथ टेस्ला के ब्रेक फेल होने के कारण दुर्घटना हुई तो वह इसका कारण समझना चाहती थीं. उन्हें कारण तो नहीं पता चला, लेकिन कंपनी ने उनके ऊपर मानहानि का मुकदमा जरूर ठोक दिया.

हाइलाइट्स
  • छह कस्टमर्स के खिलाफ मानहानि का केस जीत चुकी है टेस्ला

  • चीनी अदालतों में टेस्ला का सक्सेस रेट है 90 प्रतिशत

चीन के बीजिंग में रहने वाली झांग याज़ू अपने पिता की नई टेस्ला मॉडल 3 की पैसेंजर सीट पर बैठी थीं जब उनके पिता ने कहा, "गाड़ी के ब्रेक काम नहीं कर रहे." इससे पहले कि झांग कुछ समझ पातीं, उनके पिता की गाड़ी सामने खड़ी एक एसयूवी से जा टकराई. 

झांग इस घटना में बाल-बाल बच गईं, हालांकि उनके माता-पिता को चार महीने के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. जब झांग ने टेस्ला से इस दुर्घटना के लिए मुआवज़ा लेना चाहा तो कंपनी ने उनके ऊपर ही मानहानि का मुकदमा कर दिया. और आखिर उन्हें ही 23,000 डॉलर का जुर्माना भरना पड़ा. 

झांग चीन की अकेली नागरिक नहीं हैं जिसे पहले नुकसान के बाद टेस्ला से कोर्ट में केस भी हारना पड़ा हो. चीन में कई लोग टेस्ला से कानूनी मामले हार रहे हैं. क्या है चीन का यह विचित्र मामला, आइए डालते हैं नजर.

क्या है झांग का मामला?
एसोसिएट प्रेस (AP) की ओर से प्रकाशित एक खबर के अनुसार, फरवरी 2021 में हुई दुर्घटना के बाद झांग इसका कारण समझना चाहती थीं. ट्रैफिक पुलिस का कहना था कि यह एक्सिडेंट उनके पिता की गलती से हुआ. लेकिन झांग इस बात पर अड़ी रहीं कि गाड़ी के ब्रेक फेल हुए थे. 

चूंकी टेस्ला के कंप्यूटराइज़्ड गाड़ी है इसलिए उसका डेटा निकालना आसान है. जब झांग ने टेस्ला से एक्सिडेंट से पहले का डेटा मांगा तो कंपनी ने ऐसा करने से मना कर दिया. झांग समझना चाहती थीं कि यह एक्सिडेंट क्यों हुआ. जब कंपनी ने उनके सभी आवेदनों को नकार दिया तो उन्होंने प्रोटेस्ट करने का फैसला किया. 

झांग ने अपनी गाड़ी को एक कपड़े से ढका और उसपर लिखा, "टेस्ला के ब्रेक फेल हो गए." इसके बाद वह अपने घर से 200 किमी दूर झेंगझू में टेस्ला डीलरशिप पहुंचीं और अपनी कार पर बैठकर एक बुलहॉर्न से चिल्लाने लगीं, "टेस्ला मॉडल 3 के ब्रेक फेल हो गए. चार लोगों का परिवार मरते-मरते बचा." 

अगले महीने जब झेंगझू में एक ऑटो शो हुआ तो झांग वहां भी अपनी टूटी हुई कार लेकर पहुंच गईं. हालांकि टेस्ला ने यहां भी डेटा शेयर करने से मना कर दिया.

इस ऑटो एक्सपो में टेस्ला के कुछ आला अधिकारी भी मौजूद थे. जब झांग यहां प्रोटेस्ट करने लगीं तो सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें बाहर निकाल दिया. इसी घटना के बाद टेस्ला ने उनके ऊपर मानहानि का केस कर दिया और उनसे 50 लाख युआन की मांग की. टेस्ला अदाल में यह केस जीत गई और अदालत ने झांग को 1,70,000 युआन देने का आदेश दिया. झांग ने अब ऊपरी अदालत का दरवाज़ा खटखटाया है.

चीन में इतनी ताकतवर क्यों है टेस्ला?
झांग टेस्ला के खिलाफ मानहानि का केस हारने वाली पहली महिला नहीं हैं. चीन में टेस्ला की सर्विस और प्रोडक्ट से कई लोग परेशान हैं. लेकिन टेस्ला पर इसका खास असर नहीं पड़ा है. बीते चार सालों में टेस्ला चीन में छह लोगों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर जीत चुकी है. एपी की रिपोर्ट के अनुसार, कुल मिलाकर चीन में टेस्ला के खिलाफ 81 केस दर्ज किए गए हैं जिनमें से सिर्फ नौ में कार मालिकों को जीत मिली है. 

तो आखिर चीन में टेस्ला की इस 'सफलता' के पीछे का क्या कारण है? राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि चीन में टेस्ला की व्यावसायिक और राजनीतिक सफलता शंघाई के पूर्व पार्टी बॉस और चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के बलबूते है. कियांग राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बाद देश में दूसरे स्थान पर हैं. साल 2019 में टेस्ला उनकी देखरेख में ही चीन में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बना सका था. 

एलन मस्क चीनी प्रधानमंत्री कियांग के करीबी हैं. वह जब भी चीन जाते हैं, कियांग से मिलने का समय जरूर निकालते हैं. अपनी राजनीतिक नेटवर्किंग की बदौलत मस्क चीनी मीडिया को भी मैनेज करने में कामयाब रहे हैं. एपी की रिपोर्ट शंघाई स्थित दो चीनी पत्रकारों के हवाले से बताती है कि टेस्ला की आलोचनात्मक कवरेज से बचने के लिए एक अलिखित नियम है. दोनों ने प्रतिशोध के डर से नाम न छापने की शर्त पर बात की. 

एपी ने एक टेक पत्रकार के हवाले से बताया, "हमें हमारे संपादक ने बताया था कि हमें टेस्ला के बारे में नकारात्मक नहीं लिखना चाहिए क्योंकि यह एक प्रमुख कंपनी है जिसे शंघाई सरकार ने पेश किया था और संरक्षित रखा है."