उत्तरी कैरोलिना में इस बार की दिवाली बड़े ही धूमधाम से मनाई. ये तब और भी खास हो गई कि जब अमेरिकी राज्य के सबसे बड़े मंदिर में एक 87 फीट ऊंचे टावर का उद्घाटन किया गया. इसे भगवान के लिए "शाही प्रवेश द्वार" (royal gateway) के रूप में जाना जाता है. बता दें, 24 अक्टूबर को श्री वेंकटेश्वर मंदिर में भव्य टॉवर का उद्घाटन किया गया. उत्तरी कैरोलिना में रह रहे हिंदू समुदाय के लिए ये एक मील के पत्थर से कम नहीं है.
गवर्नर गैरी कूपर किया उद्घाटन
दरअसल, इस टावर को "एकता और समृद्धि की मीनार" के रूप में जाना जाता है. इसका उद्घाटन गवर्नर गैरी कूपर ने किया, जिन्होंने मंदिर के नेताओं को धार्मिक टॉवर का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित करने के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया. अपने उत्साह को व्यक्त करते हुए, गैरी कूपर ने कहा, "इस मुश्किल भरे समय में यह कितना अद्भुत दिन है….मुझे आपके कहने का तरीका पसंद आया. इस मंदिर में श्रद्धा के साथ चलना और अपनी चिंताओं को थोड़ी देर के लिए बाहर छोड़ देना, काफी अच्छी फीलिंग है.
कोरोना के टाइम से हुआ था निर्माण शुरू
एक स्थानीय समाचार मीडिया के हवाले से मंदिर के न्यासी बोर्ड के महासचिव लक्ष्मीनारायणन श्रीनिवासन ने कहा कि 2020 में कोरोनोवायरस महामारी की शुरुआत में टॉवर का निर्माण शुरू किया गया था. ये मंदिर 2009 से है मौजूद है. अपनी तरह का सबसे बड़ा, "शाही प्रवेश द्वार" जिसे भारत में "गोपुरम" कहा जाता है, एक पोर्टल के रूप में कार्य करता है जिसके माध्यम से भक्त मंदिर में अपना रास्ता बनाते हैं.
मंदिर में आने से पहले भक्त चिंता बाहर छोड़ देते हैं
मंदिर के अध्यक्ष डॉ. राज थोटकुरा ने कहा, "टॉवर भगवान के चरणों का प्रतीक है. जब भक्त आते हैं तो वे राजा गोपुरम में आने से पहले भगवान के चरणों में झुकते हैं और जब वे मंदिर में जाते हैं तो वे अपनी सारी दुख-दुविधा छोड़ देते हैं.” इसके बन जाने से भारतीय प्रवासी काफी खुश हैं. इसका कारण है कि वे इसे हिंदू धर्म की वैश्विक पहुंच पर भारत की सांस्कृतिक छाप के रूप में देख रहे हैं.
कई प्रवासी भारतीय हैं उत्तरी कैरोलिना में
बता दें, 2021 की जनगणना के अनुमानों के अनुसार, 51,000 से अधिक भारतीय अमेरिकी वेक काउंटी में रहते हैं और अनुमानित 19,903 भारतीय अमेरिकी कैरी, उत्तरी कैरोलिना में रहते हैं. न्यूज एंड ऑब्जर्वर ने बताया कि मंदिर के विस्तार में और भी काम किया जाना है. इसमें मंदिर के बगल में एक असेंबली हॉल बनाया जाना शामिल है, जिसका उपयोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों, शादियों और संडे स्कूल के आयोजन के लिए किया जा सकेगा.