scorecardresearch

Spy Satellite Working: नॉर्थ कोरिया ने लॉन्च की अपनी पहली स्पाई सैटेलाइट, कैसे करती है ये काम?

स्पाई सैटेलाइट चुपचाप अपनी ऑर्बिट में ऊपर से ही वैश्विक सुरक्षा और रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करते रहते हैं. इस हाई-टेक चमत्कार के पीछे अपने कई रहस्य हैं. उत्तर कोरिया से पहले से ही कई देश इसका इस्तेमाल करते आ रहे हैं. 

स्पाई सैटेलाइट स्पाई सैटेलाइट
हाइलाइट्स
  • हाई-रिजॉल्यूशन इमेजिंग मिलती है

  • रियल टाइम डेटा देती है

उत्तर कोरिया ने अपनी पहली स्पाई सैटेलाइट के लॉन्च होने की घोषणा की है. इसके साथ ही आसपास के देशों की चिंता बढ़ गई है. उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने मंगलवार को अपनी पहली  जासूसी सैटेलाइट सफलतापूर्वक ऑर्बिट में स्थापित कर दी है. लॉन्च की सबसे पहले सूचना देने वाले दक्षिण कोरिया और जापान के अधिकारियों ने कहा कि वे तत्काल इसकी पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि सैटेलाइट को ऑर्बिट में सच में स्थापित किया गया है या नहीं. वहीं रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने कहा कि अमेरिकी सेना अभी भी आकलन कर रही है कि लॉन्च सफल रहा या नहीं. 

क्या हैं स्पाई सैटेलाइट?

पिछले कुछ समय से स्पाई सैटेलाइट को आधुनिक तकनीक के गुमनाम नायक के रूप में देखा जा रहा है. ये चुपचाप अपनी ऑर्बिट में ऊपर से ही वैश्विक सुरक्षा और रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करते रहते हैं. इस हाई-टेक चमत्कार के पीछे अपने कई रहस्य हैं. उत्तर कोरिया से पहले से ही कई देश इसका इस्तेमाल करते आ रहे हैं. 

कैसे काम करती है स्पाई सैटेलाइट? 

स्पाई सैटेलाइट एडवांस इमेजिंग सिस्टम से लैस हैं जो अंतरिक्ष से पृथ्वी की सतह की तस्वीरें खींचती है. ये कैमरे इतने एडवांस होते हैं कि छोटी-छोटी डिटेल भी अलग कर सकते हैं. इसके अलावा, ये हाई-रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें भी देती है, जिन्हें अलग-अलग काम के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इतना ही नहीं कई सारे एक्सपेरिमेंट में भी ये काम आती हैं. 

क्या है स्पाई सैटेलाइट की विशेषताएं?

-हाई-रिजॉल्यूशन इमेजिंग: स्पाई सैटेलाइट स्पष्टता के साथ छवियों को कैप्चर कर सकती हैं. जिससे विश्लेषकों को कुछ इंच जितनी छोटी वस्तुओं को पहचानने में मदद मिलती है. यह क्षमता सैन्य गतिविधियों, बुनियादी ढांचे और संभावित सुरक्षा खतरों की निगरानी के लिए जरूरी है.

-वैश्विक कवरेज: पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए, स्पाई सैटेलाइट अलग-अलग क्षेत्रों की व्यापक कवरेज करती हैं. इससे सरकारों और एजेंसियों को वैश्विक स्तर पर घटनाओं की निगरानी करने में मदद मिलती है. रणनीतिक योजना और विश्लेषण में ये काफी मदद करती हैं. 

-रियल टाइम डेटा: कुछ एडवांस स्पाई सैटेलाइट रियल टाइम डेटा प्रदान करती हैं, जिससे उभरती स्थितियों पर जल्दी एक्शन लिया जा सकता है. यह सुविधा आपदा प्रतिक्रिया, मानवीय सहायता और गतिशील घटनाओं की निगरानी में विशेष रूप से उपयोगी है.

-मल्टी-स्पेक्ट्रल इमेजिंग: स्पाई सैटेलाइट अक्सर मल्टी-स्पेक्ट्रल इमेजिंग का उपयोग करती हैं, जो इंसानों की आंखों को दिखाई देने वाली जानकारी से परे जानकारी कैप्चर करती हैं. इसमें इन्फ्रारेड और दूसरे वेवलेंथ शामिल हैं, जो विश्लेषण के लिए अलग-अलग डेटा इकट्ठा करने की उनकी क्षमता को बढ़ाते हैं.

स्पाई सैटेलाइट क्यों जरूरी है?

-राष्ट्रीय सुरक्षा: स्पाई सैटेलाइट संभावित खतरों, सैन्य गतिविधियों और अनधिकृत गतिविधियों पर खुफिया जानकारी प्रदान करके राष्ट्रीय सुरक्षा की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. सरकारें रणनीतिक निर्णय लेने के लिए इस जानकारी पर भरोसा करती हैं.

-आपदा प्रतिक्रिया: स्पाई सैटेलाइट प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव का आकलन करने के लिए वास्तविक समय की इमेजरी प्रदान करके आपदा प्रबंधन में योगदान करती हैं. यह आपातकालीन स्थिति में और संकट से निपटने में मदद करती है. 

-अंतर्राष्ट्रीय संबंध: स्पाई सैटेलाइट अलग-अलग तरह का डेटा इकट्ठा करती है. इसकी मदद से अक्सर हथियारों को कंट्रोल वाली जो संधि होती है, उसका पालन हो रहा है या नहीं इसके बारे में बताने में मदद करती है. यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पारदर्शिता को बढ़ावा देती है. 

-वैज्ञानिक रिसर्च: सुरक्षा से जुड़े मुद्दों से परे, स्पाई सैटेलाइट वैज्ञानिक रिसर्च, पर्यावरण निगरानी और संसाधन प्रबंधन में मदद करती है.