देश में कोरोना के केस भले कम हो रहे हैं लेकिन अभी खतरा टला नहीं है. यूके में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से कोविड केस तेजी से बढ़ रहे हैं. डेली मेल के मुताबिक 26 जनवरी से एक हफ्ते पहले तक की रिपोर्ट जारी की गई जिसमें कुल एक लाख 60 लोग बीमार हुए. यह पिछली रिपोर्ट से 15 हजार ज्यादा है. पिछली बार जारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक एक लाख 45 हजार लोग बीमार हुए थे. रिपोर्ट यह बताती है कि हर इलाके में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं.
35 से 55 साल के लोगों में तेजी से फैल रहा संक्रमण
हेल्थ टीम जोय(ZOE) के साथ काम करने वाली किंग टीम की डाटा के मुताबिक बच्चों में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जब से महामारी शुरू हुई है तब से लेकर अब तक का यह सबसे अधिक संक्रमण दर है. मतलब ये कि वर्तमान में कोरोना सबसे ज्यादा तेजी से फैल रहा है. 35 से 55 साल के लोगों में तेजी से संक्रमण फैल रहा है. यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी की तरफ से जारी रिपोर्ट के मुताबिक युवाओं और उनके माता-पिता की आयु समूहों में संक्रमण फैल रहा है जबकि अन्य समूहों में यह स्थिर है.
'उम्मीद से पहले लौटा ओमिक्रॉन'
कोरोना को लेकर अध्ययन करने वाली टीम के प्रमुख वैज्ञानिक प्रोफेसर टिम स्पेक्टर का कहना है कि ओमिक्रॉन उम्मीद से पहले लौट आया. उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है. स्कूल शुरू होने पर बच्चों के कारण यह फैलता है लेकिन यह संक्रामक वायरस बच्चों के माता-पिता, स्कूल के कर्मचारियों और बाकी समुदाय के लोगों को पार कर चुका है. प्रोफेसर ने बताया कि ओमिक्रॉन के संक्रमण का खतरा वसंत ऋतु तक बना रहेगा. मार्च तक इसके संक्रमण का खतरा है.
क्या है देश में स्थिति?
देश में कोरोना की स्थिति धीरे-धीरे कंट्रोल में आ रहा है. दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर को सरकार ने ठीक से कंट्रोल किया. ओमिक्रॉन के मामले भी तेजी से घट रहे हैं. इसको देखते हुए कई राज्यों ने वीकेंड कर्फ्यू समेत कई तरह की ढील दी है. कई राज्यों में तो एक फरवरी से स्कूल भी खुलने जा रहे हैं. लेकिन, सरकार यह बार-बार चेतावनी दे रही है कि ओमिक्रॉन को लेकर लगातार सतर्क करने की जरूरत है. इसको लेकर जरूरत पड़ने पर सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी की जा रही है.