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कट्टरपंथि‍यों ने साल भर पहले जिस मंदिर को तोड़ा, वहीं PAK चीफ जस्टिस ने मनाई दिवाली

2020 के दिसंबर में पाकिस्तान के करक शहर में भीड़ ने एक हिंदू मंदिर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया था. एक साल में दोबारा मंदिर का निर्माण हुआ और पाकिस्तान के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने इसका उद्घाटन किया.

पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद. पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद.
हाइलाइट्स
  • दोबारा कराया गया श्री परमहंस जी महाराज मंदिर का निर्माण

  • पाकिस्तान के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने किया उद्घाटन

पाकिस्तान के करक शहर में कट्टरपंथियों ने साल भर पहले जिस मंदिर को तोड़ दिया था वहीं चीफ जस्टिस ने लोगों के साथ दिवाली मनाई. चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने श्री परमहंस जी महाराज मंदिर का उद्घाटन किया.

अल्पसंख्यकों के अधिकारों की करेंगे रक्षा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जस्टिस गुलजार अहमद ने कहा कि पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने हमेशा अल्पसंख्यकों के अधिकार के संरक्षण के लिए कदम उठाया है. आगे भी ऐसा करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने धर्म स्थल से लगाव होता है और किसी को यह अधिकार नहीं है कि किसी के धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाए.

जस्टिस गुलजार अहमद ने कहा कि पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट अल्पसंख्यकों को धार्मिक आजादी देता है और उन्हें सुरक्षा प्रदान करना संविधान के तहत हमारा कर्तव्य है. पीटीआई नेता डॉ. रमेश कुमार ने मंदिर के उद्घाटन के लिए चीफ जस्टिस गुलजार अहमद को वक्त निकालने के लिए उनका आभार व्यक्ति किया.

मंदिर दोबारा खोलने से बदलेगी पाकिस्तान की छवि
पीटीआई नेता ने कहा कि पाकिस्तान में अगर चार ऐतिहासिक मंदिर को दोबारा खोला जाता है तो हजारों हिंदू अपने धर्मस्थल पर जा सकेंगे. इससे दुनिया में पाकिस्तान की छवि बदलेगी. बता दें कि पिछले साल दिसंबर में भीड़ ने मंदिर पर हमला कर दिया था और उसे पूरी तरह ध्वस्त कर दिया था. करीब एक साल बाद दोबारा मंदिर का निर्माण कराया गया है.