पड़ोसी देश पाकिस्तान अक्सर ही अपने नापाक मनसूबों से भारत के रास्ते में कांटें लगाने का काम करता है. इस बार उसने जम्मू-कश्मीर और गल्फ के बीच अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए ओवरफ्लाइट मंजूरी को वापस ले लिया है. यानि कि अब भारत से गल्फ जाने वाली उड़ाने पाकिस्तान के ऊपर से उड़ कर नहीं जा सकेंगी.
क्या है पूरा मामला?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस साल 23 अक्टूबर को श्रीनगर और शारजाह के बीच हफ्तें में चार दिन की सीधी उड़ान शुरू की थी. शाह ने 11 साल बाद संयुक्त अरब अमीरात के लिए जम्मू-कश्मीर की पहली सीधी उड़ान की शुरूआत की थी. इससे पहले फरवरी 2009 में एआई एक्सप्रेस ने श्रीनगर-दुबई उड़ान शुरू की थी जिसे खराब मांग के कारण बंद कर दिया गया था. अक्टूबर के अंत तक, पाकिस्तान ने इस उड़ान को अपने हवाई क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति दी थी. लेकिन अब उन्होंने ये अनुमति वापस ले ली. जिस कारण 2 नवंबर को उड़ान को गुजरात के ऊपर से काफ़ी लंबा रास्ता लेना पढ़ा. दरअसल पाकिस्तान के ऊपर से उड़ान भरने में लगभग 3 घंटे 40 मिनट लगते थे जबकि पड़ोसी देश के हवाई क्षेत्र से दूर रहने के लिए लंबे मार्ग में लगभग 40-50 मिनट अधिक लगते थे.
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठेगा मुद्दा
सूत्रों के हवाले से एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने इस श्रीनगर-शारजाह-श्रीनगर उड़ान को ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस दिया था और फिर अचानक इस उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र तक पहुंच से इनकार करना शुरू कर दिया. भारत ने इस मुद्दे पर पाकिस्तान को पत्र लिखा है लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. अगर वे जवाब नहीं देते हैं, तो भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इसे उठा सकता है.
नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, "बहुत दुर्भाग्यपूर्ण. पाकिस्तान ने 2009-2010 में श्रीनगर से दुबई के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान के साथ भी ऐसा ही किया था. मुझे उम्मीद थी कि गोफर्स्ट को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति दी जा रही है, जिससे दोनों देशों के संबंधों में सुधार होगा, लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हुआ.
Very unfortunate. Pakistan did the same thing with the Air India Express flight from Srinagar to Dubai in 2009-2010. I had hoped that @GoFirstairways being permitted to overfly Pak airspace was indicative of a thaw in relations but alas that wasn’t to be. https://t.co/WhXzLbftxf
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 3, 2021
वहीं पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा, "यह हैरान करने वाला है कि भारत सरकार ने श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने के लिए पाकिस्तान से अनुमति लेने की भी जहमत नहीं उठाई. बिना किसी ग्राउंडवर्क के केवल फर्जी पीआर."
Puzzling that GOI didn’t even bother securing permission from Pakistan to use its airspace for international flights from Srinagar. Only PR extravaganza without any groundwork. https://t.co/3Cbj91C6Pb
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 3, 2021
हालांकि, सरकारी सूत्रों ने इसका खंडन करते हुए कहा कि उड़ान शुरू होने से पहले पाकिस्तान ने अनुमति मांगी थी और पाकिस्तान ने अनुमति दी थी.
भारत के कैसे पड़ेगा इसका असर
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइटें 23, 24, 26, 28 और 30 अक्टूबर को पाकिस्तान के ऊपर से उड़ान दिखाती हैं. पाकिस्तान द्वारा अधिक उड़ान की अनुमति से इनकार करने के कारण 2 नवंबर को उड़ान को लंबा रास्ता तय करना पड़ा था. यदि यह जारी रहता है, तो एयरलाइन को दिल्ली में एक स्टॉप लेना पड़ेगा, जिससे यात्री श्रीनगर और शारजाह में नियमित उड़ान के बीच दिल्ली में रूकेंगे. पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से बचने वाले लंबे नॉनस्टॉप रूट का मतलब ईंधन जलाने और चालक दल जैसी चीजों पर अधिक परिचालन खर्च है.
पाक पर पहले भी कर चुका है ये हरकत
IAF के बालाकोट स्ट्राइक के बाद, पाकिस्तान ने 27 फरवरी, 2019 से 16 जुलाई, 2019 तक 138 दिनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को ओवरफ्लाइट के लिए बंद कर दिया था. उस समय भी, भारत ने संयुक्त राष्ट्र की विमानन शाखा, अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के सामने इस मुद्दे को उठाया था. फिलहाल अफगानिस्तान का हवाई क्षेत्र 16 अगस्त 2021 से गैर-सैन्य विमानों के लिए बंद है.