यह कहानी है मशहूर जर्मन सेलिब्रेटी शेफ, सिंह लैली की जो आज बर्लिन के पास मैगडेबर्ग शहर में चार रेस्तरां और एक होटल चला रहें हैं. दिलचस्प बात यह है कि सिंह लैली भारत में जालंधर के एक पगड़ीधारी सिख प्रॉपर्टी डीलर हुआ करते थे. लेकिन आज उनकी पहचान फूड और हॉस्पिटेलिटी बिजनेस में है. आज वह इटेलियन, ग्रीक और पंजाबी व्यंजनों में भी माहिर हैं और दूसरे लोगों को प्रशिक्षित करते हैं.
गायकी का शौक ले गया विदेश
47 वर्षीय भूपिंदर सिंह ने ग्यारहवीं कक्षा के बाद भारत में एक प्रॉपर्टी डीलर के रूप में शुरुआत की थी. लेकिन गायन के प्रति उनका जुनून उन्हें 1998 में पेरिस ले गया. वहां से वह जर्मनी में अपने भाई अमरजीत सिंह के पास आए. यहां पर उन्होंने अपने अनुभवों से सीखते हुए खुद को बतौर सेलिब्रेटी शेफ स्थापित किया. बात उनके सफर की करें तो 1998 में, लैली मैगडेबर्ग में खिलौनों और इलेक्ट्रॉनिक चीजें सड़कों पर बेचते थे. फिर दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से एक साल के भीतर उन्होंने एक पिज्जा की दुकान खोली.
प्रॉपर्टी डीलिंग में अपने बैकग्राउंड का फायदा उठाते हुए, लैली ने 2004 में दो इमारतों और 2006 में दो अन्य इमारतों का अधिग्रहण करने के लिए जर्मन रियल एस्टेट बाजार का इस्तेमाल किया. जर्मनी में कोसोवर की डेफिने से उनकी मुलाकात प्यार और शादी में बदल गई. शादी के बाद वह म्यूनिख शिफ्ट हो गए और यहां उन्होंने अपने पाक कौशल को निखारा. रसोई में लैली की प्रतिभा ने रेस्टोरेंट के मालिक को प्रभावित किया और उसने लैली को फुलटाइम शेफ बनने के लिए प्रोत्साहित किया.
विदेश में खड़ा किया बिजनेस
सिंह लैली का कहना है कि उनका पहला वेतन 15 यूरो प्रति घंटा था और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. महीने में 400 घंटे उन्होंने खाना पकाने में दिए जिससे उनकी पाक कला में निखार आया और उन्होंने उस रेस्तरां को भारतीय व्यंजनों के अलावा स्टीक और ग्रिल डिशेज के लिए लोकप्रिय बना दिया. उन्होंने सड़क किनारे मिलने वाली देशी 'आलू टिक्की' को एक बेहतरीन व्यंजन में बदल दिया.
उनकी प्रसिद्धि रेस्तरां से परे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे कि टिकटॉक तक फैल गई, जहां उनके बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं. आज जर्मनी में प्रॉपर्टीज के अलावा 4 रेस्तरां और एक होटल के बाद, वह एक और रेस्तरां खोलने की योजना बना रहे हैं. बीच में एक समय था जब लैली ग्रुमिंग के लिए सैलून जाते थे लेकिन फिर वह गोल्डन टेंपल के हजूरी रागी के संपर्क में आए और उन्होंने अपने सिख धर्म की सीखों का पालन करना शुरू किया. लेकिन आज उनकी पगड़ी के कारण उन्हें कार्लॉस्की फैशन और शेफ्स कलिनर के लिए मॉडलिंग असाइनमेंट भी मिला. उन्हें सैक्सोनी-एनहाल्ट का सर्वश्रेष्ठ शेफ नामित किया गया था.