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Israel-Hamas War के बीच गाजा में पहुंची राहत सामग्री, भारत ने फिलिस्तीन को भेजा फूड आइटम्स-मेडिसिन से भरा प्लेन, हर दिन 100 ट्रक सामग्री की जरूरत

भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजी है. वायुसेना का विमान राहत सामग्री लेकर रवाना हो गया है. इस विमान के जरिए फिलिस्तीन के लोगों के लिए 6.5 टन चिकित्सीय सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री भेजी गई है.

फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत ने भेजी मदद (फोटो- MEA ट्विटर अकाउंट) फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत ने भेजी मदद (फोटो- MEA ट्विटर अकाउंट)
हाइलाइट्स
  • भारतीय वायुसेना का विमान राहत सामग्री लेकर रवाना

  • राफा बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए सामग्री फिलिस्तीनियों के बीच पहुंचाई जाएगी 

इजराइल और हमास के बीच युद्ध जारी है. इजराइली घेराबंदी के बीच बाहरी दुनिया से मानवीय सहायता लिए 20 ट्रक शनिवार को गाजा पट्टी में दाखिल हुए. उधर, भारत ने भी जंग से कराह रहे फिलिस्तीन के लिए बड़ा दिल दिखाया है. भारत ने फूड आइटम्स और मेडिसिन से भरा प्लेन भेजा है. 

संयुक्त राष्ट्र ने जल्द ही और सामग्री भेजने की कही बात 
20 ट्रक गाजा और मिस्र के बीच मौजूद राफा बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए गाजा पहुंचे. अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद इजराइली सेना ने केवल 20 ट्रकों में लदी राहत सामग्री को ही गाजा में प्रवेश की अनुमति दी है. संयुक्त राष्ट्र ने जल्द ही और सामग्री भेजने की बात कही है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी को फोन कर बॉर्डर खोलने की अपील की थी, ताकि वहां के लोगों को मदद पहुंचाई जा सके.

भारत मदद के लिए आया आगे
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजी है. भारतीय वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर विमान राहत सामग्री लेकर मिस्र के अल-अरिश इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया है. भारत ने इस विमान के जरिए फिलिस्तीन के लोगों के लिए करीब 6.5 टन चिकित्सीय सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री भेजी है. इसमें आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छताएं सेवाएं, पानी को साफ करने वाली दवाओं समेत कई वस्तुएं भेजी हैं. गाजा और मिस्र के बीच मौजूद राफा बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए यह राहत सामग्री फिलिस्तीनियों के बीच पहुंचाई जाएगी. 

राहत सामग्री ऊंट के मुंह में जीरा के समान
हमास के इजराइल पर हमले के बाद इजराइली सेना की घेराबंदी से आवश्यक वस्तुओं की किल्लत झेल रहे 23 लाख गाजावासियों के लिए 20 ट्रक राहत सामग्री ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. इन ट्रकों में केवल खाद्य सामग्री और दवाएं हैं. जबकि ईंधन के अभाव में पानी, बिजली की किल्लत दूर नहीं होगी. गाजा में मौजूद संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा है कि प्रतिदिन 100 ट्रक राहत सामग्री की जरूरत है, कई दिन तक इस सामग्री के पहुंचने पर आमजनों की जिंदगी सामान्य हो सकेगी. इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने राहत सामग्री के हमास के हाथ न पड़ने की चेतावनी दी है.

बिजली आपूर्ति रोकने से बढ़ी परेशानी
सामान्य बिजली आपूर्ति भंग होने और जेनरेटर के लिए डीजल खत्म होने से शुक्रवार तक गाजा के सात अस्पताल और 21 स्वास्थ्य केंद्र बंद हो चुके थे. इजराइली सेना की रात-दिन की बमबारी से बड़ी संख्या में लोग घायल हो रहे हैं. इसके चलते बड़ी मात्रा में चिकित्सकीय उपकरणों और दवाओं की जरूरत भी पड़ रही है.

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि गाजा की स्थिति विनाशकारी
संयुक्त राष्ट्र की पांच एजेंसियों ने शनिवार को कहा कि गाजा पट्टी में मानवीय स्थिति विनाशकारी है, और उन्होंने अधिक अंतरराष्ट्रीय मदद की मांग की है क्योंकि घनी आबादी वाले तटीय क्षेत्र में हालात बिगड़ रहे हैं. उनका बयान तब आया जब इजराइल ने कहा कि वह हमास पर दबाव बढ़ाने के लिए गाजा में अपने हमले बढ़ाएगा, और उसके वरिष्ठ अधिकारियों ने सैनिकों को घिरे फलस्तीनी क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी.

बाइडेन ने नेतन्याहू से की थी मुलाकात
इससे पहले इजराइल दौरे पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने गाजा के लोगों को मदद पहुंचाने की बात कही थी. बाइडेन की अपील के बाद नेतन्याहू कुछ शर्तों के साथ राहत सामग्री भेजने के लिए तैयार हो गए थे. इनमें राहत सामग्री को हमास द्वारा अधिकार नहीं करने, सामान लेकर जा रहे ट्रकों में हथियार न होने की शर्त सबसे महत्वपूर्ण थी. जिसके बाद अमेरिका ने मिस्र के राष्ट्रपति से बात कर राफा क्रॉसिंग बॉर्डर को खोलने की अपील की थी.

7 अक्टूबर को हुई जंग की शुरुआत
आपको बता दें कि इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई है. 7 अक्टूबर 2023 को हमास के लड़ाकों ने इजराइल में जल, थल और नभ से हमला करते हुए कई इजराइली शहरों में जमकर खूनी खेल खेला और सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया. अभी तक इस हमले की वजह से 1,400 से ज्यादा इजराइली नागरिक मारे जा चुके हैं, और 200 से अधिक नागरिक हमास द्वारा बंधक बनाए गए हैं. हमास की इस हरकत का इजराइल ने मुंहतोड़ जवाब दिया और गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ मिसाइल दागकर हमास के कई ठिकाने ध्वस्त कर दिए.