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Russia election: रूस के राष्ट्रपति चुनाव में रिकॉर्ड 5वीं बार Vladimir Putin की जीत, स्टालिन का तोड़ा रिकॉर्ड, जानें कैसा रहा अब तक का उनका सियासी सफर

रूस (Russia) में राष्ट्रपति चुनाव (presidential elections) में एक बार फिर व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को जीत मिली है. पुतिन 5वीं बार रूस की सत्ता संभालेंगे. पुतिन साल 2030 तक इस पद पर बने रहेंगे. साल 1999 से पुतिन रूस की सत्ता पर काबिज है. इस दौरान वो राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पद पर रहे हैं.

Vladimir Putin Vladimir Putin

रूस में राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन ने रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की है. चुनाव में पुतिन को 87.97 फीसदी वोट मिले. इसके साथ ही पुतिन 5वीं बार राष्ट्रपति बनेंगे. रूस में पुतिन की सत्ता साल 1999 से कायम है. इस दौरान ये दिग्गज लीडर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पद पर आसीन रहा है. अब पुतिन ने खुद के लिए साल 2030 के लिए राष्ट्रपति पद सुरक्षित कर लिया है. भले ही पुतिन ने चुनाव मे शानदार जीत दर्ज की है. लेकिन अमेरिका का मानना है कि रूस में निष्पक्ष वोटिंग नहीं हुई है.

पुतिन को मिले करीब 88 फीसदी वोट-
रूस में तीन दिन तक मतदान की प्रक्रिया चली. इसके बाद वोटों की गिनती हुई. रूस के 11.42 करोड़ वोटर्स में से 72.84 फीसदी लोगों ने चुनाव में हिस्सा लिया. इस बार चुनाव में 80 लाख से अधिक वोटर्स ने ऑनलाइन वोटिंग की. आपको बता दें कि पहली बार रूस के चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग का इस्तेमाल किया गया. इस चुनाव में 71 साल की पुतिन के खिलाफ 3 उम्मीदवार मैदान में थे. लेकिन जब काउंटिंग हुई तो पुतिन के सामने ये तीनों उम्मीदवार नहीं टिक पाए. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव में पुतिन ने 87.97 फीसदी वोट के साथ जीत हासिल की. दूसरे नंबर पर निकोलाई खारितोनोव रहे. जिनको 4 फीसदी से भी कम वोट मिले. व्लादिस्लाव दावानकोव तीसरे और लियोनिद स्लटस्की चौथे नंबर पर रहे.

पुतिन ने रचा इतिहास-
इस जीत के साथ पुतिन ने साल 2030 तक के लिए नया कार्यकाल सुरक्षित कर लिया है. इसके साथ ही पुतिन रूस की सत्ता में बनने रहने के मामले में जोसेफ स्टालिन से भी आगे निकल गए हैं. स्टालिन रूस के 200 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा समय तक सत्ता में बने रहने वाले लीडर थे. लेकिन अब पुतिन ने उनको पीछे छोड़ दिया है और नया रिकॉर्ड कायम करने जा रहे हैं.

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साल 1999 से सत्ता पर काबिज पुतिन-
व्लादिमीर पुतिन साल 1999 से रूस की सत्ता पर काबिज हैं. इस दौरान वो राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पद पर रहे हैं. साल 1999 रूस के राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने खराब स्वास्थ्य की वजह से राष्ट्रपति का पद छोड़ दिया था. 31 दिसंबर 1999 को पुतिन को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था. इसके बाद साल 2000 और 2004 के राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन ने जीत हासिल की. उस समय रूस में नियम था कि कोई भी शख्स लगातार 3 बार राष्ट्रपति नहीं बन सकता है. इसलिए साल 2008 के राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन ने दिमित्री मेदवेदेव को राष्ट्रपति बनाया और खुद प्रधानमंत्री बन गए.

सितंबर 2011 में रूस में कानून में बदलाव हुआ और राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 साल की बजाय 6 साल का कर दिया गया. साल 2012 में राष्ट्रपति पद के तीसरे कार्यकाल के लिए पुतिन ने जीत हासिल की और 6 साल का कार्यकाल पूरा किया. साल 2018 चुनाव में पुतिन ने 76 फीसदी वोट के साथ जीत हासिल की और अब तक राष्ट्रपति के पद पर काबिज हैं. अब इस जीत के साथ पुतिन साल 2030 तक राष्ट्रपति बने रहेंगे.

संघर्ष में बीता पुतिन का बचपन-
पुतिन के दादा व्लादिमीर लेनिन और जोसेफ स्टालिन के निजी रसोइया थे. पुतिन के माता-पिता की शादी 17 साल की उम्र में हुई थी. पुतिन के पिता एक फैक्ट्री में काम करते थे. दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. युद्ध में एक ग्रेनेड हमले में पिता जख्मी हो गए थे. इसके बाद परिवार चलाने में मुश्किलें आने लगी थीं. मां झाड़ू लगाकर गुजारा करती थीं. पुतिन के दो भाई बचपन में ही मर गए थे. पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को सेंट पीटर्सबर्ग में हुआ था. पुतिन ने 12 साल की उम्र में जूडो सीखना शुरू कर दिया था.

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