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रूस मना रहा आज विक्ट्री डे, जानें Russia के लिए 9 मई क्यों है खास

रूस 9 मई को विक्ट्री डे मना रहा है. रूस हर साल 9 मई को विक्ट्री परेड का आयोजन करता है. विक्ट्री परेड के जरिए रूस दुनिया के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन करता है.

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हाइलाइट्स
  • रूस 9 मई को मना रहा विक्ट्री डे

  • रूस 1945 से मना रहा 9 मई को विक्ट्री डे

रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को आज 75 दिन हो गए है. रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी को शुरू हुई जंग इतने दिनों तक चलेगी किसी ने सोचा तक नहीं था. इस जंग के बीच रूस आज 9 मई को विक्ट्री डे मना रहा हैं. वहीं कहा जा रहा है इस जंग को लेकर आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं. 

वहीं आज के दिन को लेकर यूक्रेन की तरफ से दावा किया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किसी भी हाल में इस जंग को 9 मई से पहले खत्म करना चाहते हैं. साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि रूसी सैनिकों को आदेश दिया गया है कि किसी भी हाल में 9 मई तक युद्ध खत्म हो जाना चाहिए. आपको बता दें कि 9 मई की तारीख रूस के लिए बेहद खास है. दरअसल इसी दिन 1945 में सोवियत सेना ने नाजी जर्मनी की सेना पर जीत हासिल की थी. जिसके चलते इस दिन रूस हर साल विक्ट्री परेड का आयोजन करता है. इस विक्ट्री परेड के जरिए रूस दुनिया के सामने अपनी ताकत इजहार करता है. 

9 मई रूस के लिए क्यों है खास
9 मई की तारीख रूस के बेहद खास है. रूस के लिए 9 मई इतनी खास क्यों है इसे जानने के लिए इतिहास में जाना होगा. ये दूसरे विश्व युद्ध की बात है. दूसरे विश्व युद्ध में एडोल्फ हिटलर की नाजी जर्मनी की सेना चारों तरफ कोहराम मचा रही थी. जर्मनी को रोकने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और सोवियत संघ साथ आए और नाजी सेना को घुटने पर ला दिया. अपने आपको चारों तरफ से घिरा हुआ देंख हिटलर ने 30 अप्रैल 1945 को अपने बंकर में आत्महत्या कर ली. हिटलर के आत्महत्या के बाद 8 मई को जर्मनी ने सरेंडर कर दिया.

russia victory day parade
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जब जर्मनी की सेना सरेंडर की शर्तों पर हस्ताक्षर कर रही थी, तब जर्मनी में 8 मई थी, लेकिन रूस में 9 मई की तारीख लग चुकी थी. जिसके चलते 1945 के बाद रूस में 9 मई को विक्ट्री परेड का आयोजन किया जाने लगा. वहीं कुछ यूरोपीय देश 8 मई को अपना विक्ट्री डे मनाते हैं.

पहले नहीं मनाते थे हर साल विक्ट्री डे
रूस में पहले हर साल विक्ट्री परेड का आयोजन नहीं किया जाता था. पहले विक्ट्री परेड कई-कई सालों में एक बार आयोजन किया जाता था. रूस में विक्ट्री परेड को हर साल आयोजित करने का सिलसिला 1995 से शुरु हुआ. जर्मनी के सेरेंडर करने के बाद भी दूसरा विश्व युद्ध खत्म नहीं हुआ था. जर्मनी के सरेंडर के बाद भी जापान झुकने को तैयार नहीं था. ऐसे में अमेरिका का परमाणु हमले के बाद 2 सितंबर 1945 को जाकर दूसरा विश्व युद्ध खत्म हुआ.