अगर रेगिस्तान में बर्फबारी होने लगे तो हैरान होना लाजिमी है. सऊदी अरब के अल-जौफ क्षेत्र में ऐसा ही हुआ है. इस इलाके में पहली बार भारी बर्फबारी हुई है. भारी बारिश और बर्फबारी से पूरा इलाका सफेद चादर से ढक गया. इस इलाके में बर्फबारी ने सबको हैरान कर दिया है. इस रेगिस्तानी इलाके में बर्फबारी की दुनियाभर में चर्चा हो रही है.
पहली बार अल-जौफ में बर्फबारी-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहली बार अल-जौफ इलाके में बर्फबारी देखने को मिल रही है. कहा जा रहा है कि इससे पहले इस इलाके में कभी भी बर्फबारी नहीं हुई है. ऐसा पहली बार हुआ है. बर्फबारी के बाद शानदार बर्फीला नजारा देखने को मिल रहा है. इससे इलाके की खूबसूरती बढ़ गई है. लोग सोशल मीडिया पर स्नोफॉल के वीडियो और तस्वीरें शेयर कर रहे हैं. बर्फबारी की वजह से इलाके के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.
कहां है अल-जौफ-
अल-जौफ इलाका सऊदी अरब के उत्तरी पश्चिमी क्षेत्र में हैं. ये इलाका बड़े रेगिस्तान, ऊंचे पहाड़ और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए फेमस है. ये इलाका लैवेंडर, गुलदाउदी और दूसरे कई सुगंधित फूलों के लिए जाना जाता है. इस इलाके में सर्दियों में तापमान 8 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है. जबकि गर्मियों में तापमान और भी ज्यादा रहता है. बर्फबारी के बाद इस इलाके की प्राकृतिक खूबसूरती और बढ़ गई है.
सऊदी अरब के इस इलाके में होती है बर्फबारी-
भले ही सऊदी अरब के अल-जौफ इलाके में पहली बार बर्फबारी हुई है. लेकिन इस देश का एक ऐसा इलाका है, जहां हमेशा बर्फबारी होती है. उस इलाके का नाम ताबुक है. समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति इस इलाके में हर साल बर्फबारी होती है. ताबुक के उत्तरी क्षेत्र में दिसंबर के मध्य से जनवरी के मध्य तक बर्फबारी होने की संभावना होती है. सऊदी अरब के लोग बर्फबारी का आनंद उठाने ताबुक के उत्तरी क्षेत्र में जाते हैं.
ताबुक शहर से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बजदाह गांव में सर्दी के महीनों में बर्फबारी होती है. लाल रेत बर्फ से ढक जाते हैं.
रेगिस्तान में पहले भी हुई है बर्फबारी-
ये पहली बार नहीं है, जब रेगिस्तान में बर्फबारी हुई है. इससे पहले भी कई बार रेगिस्तानी इलाकों में बर्फबारी हुई है. कुछ साल पहले सहारा रेगिस्तान में तापमान माइन्स 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था. जिसके बाद बर्फबारी हुई थी. इस बर्फबारी की वजह जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
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