सऊदी अरब एक विकासशील देश है. यहां पर आए दिन कोई ना कोई ना नया विकास होता रहता है. बार सऊदी अरब सरकार दुनिया की पहली नॉन प्रॉफिट सिटी बनाने जा रही है. हालांकि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पिछले साल ही इसका ऐलान कर दिया था. अब सरकार ने इस सिटी का मास्टर प्लान जारी कर दिया है. युवाओं के विकास के लिए इस शहर में कई खास चीजें होंगी.
दुनिया का पहला नॉन प्रॉफिट सिटी
इस शहर का नाम प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान नॉन प्रॉफिट सिटी रखा गया है. हाल ही में इस शहर की एरियल तस्वीरें जारी हुई हैं. जिसे देख कर ये लगता है कि ये पश्चिमी रियाद में लगभग 3.4 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला होगा. इस शहर को काफी सस्टेनेबल बनाया जाएगा. गाड़ियों की भीड़-भाड़ से दूर ये शहर पैदल चलने वालों के लिए अनुकूल होगा. पर्यावरण के लिए भी ये काफी अच्छा होगा, क्योंकि इसके कुल क्षेत्रफल का लगभग 44 प्रतिशत हिस्सा ग्रीन ओपन स्पेस के लिए अलॉट किया जाएगा.
रचनात्मक उद्योग को विकसित करेगा शहर
अरेबियन बिजनेस के हवाले से क्राउन प्रिंस ने कहा कि, "यह अपनी तरह का पहला नॉन प्रॉफिट सिटी होगा, जो अपने पारिस्थितिकी तंत्र और अभिनव, शैक्षिक और रचनात्मक उद्यमों को विकसित करने के लिए एक वैश्विक केंद्र स्थापित करके सऊदी युवा प्रतिभा को बढ़ावा देगा. इस शहर में प्रॉफिट वाली चीजें नहीं होंगी, यानी कि ये विश्व स्तर पर गैर-लाभकारी क्षेत्र के विकास के लिए काम करेगा. इतना ही नहीं ये युवाओं, स्वयंसेवी समूहों के साथ-साथ गैर-लाभकारी संस्थानों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा.
यहां मिलेंगी सभी सुविधाएं
परियोजना में वाणिज्यिक क्षेत्रों में 306,000 वर्ग मीटर से अधिक को कवर करने का अनुमान है. जिसमें रिटेल, मनोरंजन, फूड आउटलेट के लिए लगभग 99,000 वर्ग मीटर आवंटित किया गया है. इतनी ही नहीं इस मास्टर प्लान में 500 विला और टाउनहाउस के साथ-साथ 6,000 अपार्टमेंट और आवासीय क्षेत्र भी होंगे. इस शहर में एकेडमिक, कॉलेज, स्कूल, कॉन्फ्रेंस सेंटर, साइंस म्यूजियम, क्रिएटिव सेंटर जैसी सुविधाएं मिलेंगी.
दुनिया भर के प्रोफेशनल को बुलावा
दरअसल सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस एक फाउंडेशन चलाते हैं, जिसका नाम 'मोहम्मद बिन सलमान मिस्क' फाउंडेशन. ये संस्थान नवाचार, उद्यमशीलता और भविष्य के योग्य लीडर्स को प्रोत्साहित करता है. अब ये नॉन प्रॉफिट सिटी उनके फाउंडेशन के उद्देश्य को पूरा करेगा. ऐसा भी माना जा रहा है कि यहां पर दुनियाभर के प्रोफेशनल्स को बुलाया जाएगा और उन्हें नई-नई खोज करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.