हॉलीवुड एक्ट्रेस स्कारलेट जोहानसन और OpenAI के बीच विवाद चल रहा है. OpenAI नए AI मॉडल, GPT-4o में आने वाली आवाज पर स्कारलेट ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. स्कारलेट का दावा है कि ये आवाज बिलकुल उनके जैसी है. स्कारलेट जोहानसन ने OpenAI पर बिना अनुमति के उसकी आवाज का उपयोग करने का आरोप लगाया है. बता दें, स्कारलेट ने पहले ही अपनी कंपनी को अपनी आवाज का लाइसेंस देने से इनकार कर दिया था. इस घटना से कहीं न कहीं OpenAI की लोकप्रियता पर सवाल खड़ा कर दिया है.
स्कारलेट जोहानसन और 'स्काई'
OpenAI ने वॉयस मोड सहित बेहतर सुविधाओं के साथ अपने नए AI मॉडल, GPT-4o को लॉन्च किया है. ये यूजर्स को AI चैटबॉट के साथ वॉयस कन्वर्सेशन करने की अनुमति देता है. यह मोड पांच अलग-अलग आवाज के ऑप्शन देता है. इनमें से एक का नाम 'स्काई' रखा गया है. स्काई को लेकर स्कारलेट जोहानसन का दावा है कि वह उसकी आवाज की नकल कर रहा है. अपने बयान में, स्कारलेट जोहानसन ने डीपफेक और डिजिटल रेप्लिकेशन के युग में व्यक्तिगत समानता (personal likenesses) की सुरक्षा की जरूरत पर जोर दिया है.
हालांकि, स्कारलेट जोहानसन की चिंताएं अलग नहीं हैं. OpenAI ने उनके बयान का जवाब देते हुए स्काई पर अस्थायी रोक की घोषणा कर दी है. साथ ही ये भी स्पष्ट किया है कि स्काई की आवाज स्कारलेट जैसी नहीं है.
नया नहीं है ये मुद्दा
बिना अनुमति के कॉपीराइट कंटेंट का उपयोग करने वाले AI का मुद्दा नया नहीं है. अलग-अलग व्यक्तियों और संगठनों ने ऐसी ही चिंताएं जताई हैं. उदाहरण के लिए, द न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे प्रमुख समाचार पत्रों ने कॉपीराइट उल्लंघन के लिए मुकदमा दायर किया है. उन्होंने ये तर्क दिया है कि बड़े भाषा मॉडल (LLMs) को ट्रेन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले डेटा में उनकी प्रकाशित सामग्री का बिना उनकी अनुमति के उपयोग किया गया है.
एक दूसरे उदाहरण में, ऑथर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका ने जॉर्ज आर.आर. मार्टिन और जॉन ग्रिशम जैसे लेखकों की ओर से मुकदमा दायर किया. मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि OpenAI ने अपने मॉडलों को ट्रेन्ड करने के लिए लेखकों के कॉपीराइट काम का अवैध रूप से उपयोग किया है.
AI पर हॉलीवुड की प्रतिक्रिया
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हॉलीवुड एक्टर्स भी AI द्वारा उनकी पर्सनैलिटी राइट्स के दुरुपयोग के बारे में मुखर रहे हैं. हाल के कई एक्टर्स ने इसे लेकर हड़ताल की थी. इनकी ये हड़ताल सहमति या मुआवजे के बिना एक्टर्स के चेहरे और आवाज का इस्तेमाल करने की वजह से की गई थी.
भारत में पर्सनैलिटी राइट्स
किसी की पर्सनैलिटी की रक्षा करने का मुद्दा अमेरिका तक ही सीमित नहीं है. भारत में, रजनीकांत, अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ जैसे प्रमुख एक्टर्स ने अपने पर्सनैलिटी राइट्स या व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए कानूनी कार्रवाई की है. इन अधिकारों को पब्लिसिटी राइट्स के रूप में भी जाना जाता है. ये सेलिब्रिटी राइट्स का एक सबसेट है जो किसी सेलिब्रिटी के नाम, आवाज, हस्ताक्षर, छवि या दूसरी पहचान की रक्षा करते हैं.
भारत में कानूनी मिसालें
एक ऐतिहासिक फैसले में, दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में एक्टर जैकी श्रॉफ के पर्सनैलिटी और पब्लिसिटी राइट्स की रक्षा की थी. कोर्ट ने अलग-अलग ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों और AI चैटबॉट्स को जैकी श्रॉफ की सहमति के बिना उनके नाम, तस्वीर, आवाज का दुरुपयोग करने से रोका था.
2010 में भी ठीक ऐसा हुआ था, जहां दिल्ली हाई कोर्ट ने गायक दलेर मेहंदी के व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा की थी. कोर्ट ने दलेर मेहंदी के पक्ष में फैसला सुनाया था.