भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध तेजी से मजबूत हो रहे हैं. इस बीच ऑस्ट्रेलिया ने एक ऐसा कदम उठाया है, जो दोनों देशों के संबंधों को और भी प्रगाढ़ करेगा. ऑस्ट्रेलिया से इस बार भारतीय भाषा को लेकर खुशखबरी आई है. ऑस्ट्रेलिया में छात्र अब भारतीय भाषा सीख सकेंगे. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने पंजाबी भाषा को स्कूलों में शामिल करने का फैसला किया है. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के पब्लिक स्कूलों के पाठ्यक्रम में पंजाबी भाषा को शामिल किया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया के छात्र सीखेंगे पंजाबी-
ऑस्ट्रेलिया में छात्रों को पंजाबी पढ़ने का विकल्प होगा. प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं तक के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा. शिक्षा मंत्री सू एलेरी ने कहा कि मैं पश्चिम ऑस्ट्रेलिया के छात्रों के लिए भाषाई पाठ्यक्रम में विस्तार को देखकर मैं खुश हूं. इसमें पंजाबी पाठ्यक्रम का विकास विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे भविष्य में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री ने भाषाओं की विविधता पर कहा कि इससे बच्चों को बड़ी ताकत मिलती है. इससे छात्रों को सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक लाभ मिलता है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि फिलहाल पंजाबी को पाठ्यक्रम में शामिल करने का काम किया जा रहा है.
ऑस्ट्रेलिया में हो रहा पंजाबी का विकास-
ऑस्ट्रेलिया में पंजाबी बोलने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इस देश में पंजाबी भाषा सबसे तेजी से बढ़ने वाली भाषा बन गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया की जनगणना हुई तो चौकान्ने वाले नतीजे सामने आए. ऑस्ट्रेलिया में पंजाबी भाषा बोलने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. साल 2016 के मुकाबले साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया में पंजाबी बोलने वालों में 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
कई भाषाओं को पाठ्यक्रम में मिली है जगह-
ऐसा नहीं है कि पंजाबी पहली विदेशी भाषा है, जिसे ऑस्ट्रेलिया के पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है. इससे पहले भी कई भाषाओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा चुका है. इसमें भारतीय भाषाएं भी शामिल हैं. साल 2021 में भारत की दो भाषाओं हिंदी और तमिल को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था. इतना ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया के पाठ्यक्रम में कोरियन भाषा को भी साल 2021 में जोड़ा गया था.
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