रूस की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ छेड़ी गई जंग को 11 दिन बीत चुके हैं. रूस की तरफ से यूक्रेन की राजधानी कीव और दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर किए जा रहे हमले नागरिकों की जान लेने के बावजूद यूक्रेनी सेना के हौसले नहीं डिगा पाए हैं. ऐसे में कई भारतीय छात्रों को स्वदेश लाने का काम जारी है. इसी सिलसिले में आज पोलैंड के Rzeszow AirPort से last flight भारत के लिए रवाना हुई.
जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी, उन्होंने कहा कि हरजोत सिंह वह भारतीय हैं जिन्हें कीव में युद्ध के दौरान गोली लग गई थी, अफरा तफरी में उनका पासपोर्ट भी गुम हो गया था, आज हरजोत सोमवार भारत हमारे साथ पहुंच रहे हैं. बता दें कि इस विमान से लगभग 200 विद्यार्थियों की वतन वापसी हो रही है. कीव में गोली का शिकार हुए हरजोत सिंह को भी इसी विमान से वापस लाया जा रहा है. 1 मार्च से अबतक 14 विमानो से लगभग 3000 विद्यार्थियों को पोलैंड से वतन वापस लाया गया है. ये विमान आज 6:00 बजे हिंडन एयरफोर्स स्टेशन गाजियाबाद पहुंचेगा. बता दें कि इन सभी छात्रों को ऑपरेशन गंगा के तहत अपनी सरजमीं पर लाया जा रहा है.
पिछले 24 घंटों में करीब 2,500 भारतीयों को निकाला गया
पिछले 24 घंटों में 13 उड़ानों में करीब 2,500 भारतीयों को निकाला गया. जिसमें हंगरी, रोमानिया और पोलैंड से फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले 24 घंटों में सात उड़ानें तय हैं. बुडापेस्ट से पांच उड़ानें होंगी, पोलैंड में रेज़ज़ो और रोमानिया में सुचेवा से एक-एक उड़ान संचालित की जाएगी. एक अधिकारी ने कहा, ‘ऑपरेशन गंगा के तहत, अब तक 76 उड़ानें 15,920 से अधिक भारतीयों को भारत वापस ला चुकी हैं. इन 76 उड़ानों में से 13 उड़ानें पिछले 24 घंटों में भारत में उतरी हैं.’
क्या है ऑपरेशन गंगा
‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारतीयों को जमीनी सीमा चौकियों के जरिए यूक्रेन से निकलने के बाद हंगरी, रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाकिया से हवाई मार्ग से स्वदेश लाया जा रहा है. यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद 24 फरवरी से ही बंद है और भारत अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड के रास्ते खास विमानों के जरिये वापस ला रहा है.
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने नागरिकों से तुरंत फॉर्म भरने को कहा
वहीं, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों से तत्काल एक ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए कहा. गूगल आवेदन पत्र में नाम, ईमेल, फोन नंबर, वर्तमान ठिकाना, पासपोर्ट का ब्योरा, लिंग और उम्र का विवरण देने को कहा गया है. आवेदन में दूतावास ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वर्तमान स्थिति बताने को भी कहा है. आवेदन में जगहों की एक लिस्ट दी गई है और उनमें से कोई भी स्टूडेंट अपनी सहूलियत के हिसाब से जगह को चुन सकता है.