

फ्लाइट को लंबी यात्रा के लिए सबसे अच्छा साधन माना जाता है. हजारों किलोमीटर का सफर कुछ ही घंटे में पूरा हो जाता है. फ्लाइट से ज्यादातर लोग किसी काम से या फिर घूमने के लिए जाते हैं.
एक स्टूडेंट ने फ्लाइट को स्कूल जाने का जरिया बना लिया. ये लड़की स्कूल जाने के लिए हर हफ्ते 3200 किमी. का सफर करती है. अपनी क्लास अटेंड करती है. उसके बाद वापस अपने घर लौट आती है.
द न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, ये स्टूडेंट हर सोमवार को फ्लाइट से स्कूल जाती है. दो दिन क्लास करती है. इसके बाद मंगलवार रात को फ्लाइट लेकर वापस आ जाती है. ये स्टूडेंस आखिर अपनी क्लास के लिए फ्लाइट्स से स्कूल क्यों जाती है? आइए इस बारे में जानते हैं.
फ्लाइट से स्कूल
ज्यादातर लोग अपनी पढ़ाई और जॉब के लिए शहर या देश से बाहर शिफ्ट हो जाते हैं लेकिन नट सेडिलो ने एक अलग रास्ता अपनाया. नट सेडिलो 30 साल की लॉ स्टू़डेंट है. नट सेडिलो मैक्सिको में रहती हैं. वहीं उनका स्कूल मैनहट्टन में है. नट क्लास अटेंड करने के लिए हर हफ्ते मैक्सिको से न्यूयॉर्क की फ्लाइट लेती हैं.
नट सेडिलो हर सोमवार को सुबह मैक्सिको से न्यूयॉर्क की फ्लाइट लेती हैं. मंगलवार को रात में न्यूयॉर्क से मैक्सिको वापस आती हैं. इस तरह से नट अपने फाइनल सेमेस्टर को पूरा कर रही हैं. इस बारे में नट ने आउटलेट को बताया कि मैं मैक्सिको से न्यूयॉर्क की यात्रा करती हूं ताकि अपनी लॉ स्कूल की क्लास अटेंड कर सकूं. ये थका देने वाला है लेकिन ये इसके लायक हैं.
क्यों करती हैं ऐसा?
नट सैडिलो अपने पति सैंटियागो के साथ ब्रुकलिन में रहती थीं. पिछले साल वो अपने पति के साथ मैक्सिको शिफ्ट हो गईं. अच्छे मौसम और किफायती लाइफस्टाइल के चलते उन्होंने मैक्सिको सिटी में रहने का फैसला लिया. नट ने अपनी लॉ की पढ़ाई न्यूयॉर्क में जारी रखी. नट ने पढ़ाई के लिए न्यूयॉर्क में रहने की जगह मैक्सिको से ट्रेवल करने का फैसला किया.
जनवरी से नट सैडिलो हर हफ्ते फ्लाइट से न्यूयॉर्क और मैक्सिको के बीच ट्रैवल कर रही हैं. जनवरी से अब तक सैडिलो के इस यात्रा में 2 हजार डॉलर यानी 1.70 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं. इसमें फ्लाइट्स टिकट और फूड और होटल भी शामिल हैं. 13 हफ्ते के सेमेस्टर में नट सैडिलो अब तक 4 हजार मील का सफर कर चुकी हैं.
सुपर कम्यूटिंग का ट्रेंड
नट सैडिलो अकेली नहीं हैं जो पढ़ाई या काम के लिए लंबी दूरी की यात्रा करती हैं. आउटलेट के अनुसार, दुनिया भर में लोग इस तरह से काम कर रहे हैं. इसे सुपर कम्यूटिंग कहते हैं. सुपर कम्यूटिंग के ट्रेंड को लेकर द न्यूयॉर्क पोस्ट ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के बारे में बताया.
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी के मुताबिक, कोरोना महामारी के बाद अमेरिका में काम या पढ़ाई के लिए 75 मील से अधिक यात्रा करने वालों की संख्या में 32% की बढ़ोतरी हुई है. हाल के सालों में न्यूयॉर्क में सुपर कम्यूटिंग के आंकड़े में 89 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लंबी दूरी की यात्रा के लिए सबकी अपनी अलग-अलग वजहें हैं.